Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद सीएम हाउस में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 26 जून को मीसा बंदियों का एक समारोह में सम्मान करेंगे. अंबिकापुर में भारतीय लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मीसा बंदियों को हर महीने दिए जाने वाले सम्मान निधि की राशि को बंद कर दिया गया था लेकिन विष्णु देव साय की सरकार बनने के बाद एक बार फिर से सम्मान की राशि दी जा रही है.
मीसा बंदियों को दी जा रही सम्मान निधि की राशि
उन्होंने बताया कि मीसा बंदियों को 10,000 से लेकर ₹25,000 सम्मान निधि की राशि दी जा रही है. इससे मीसा बंदी खुश है, वहीं इस सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मांग किया जाएगा कि मध्य प्रदेश में और भी कई सुविधाएं मीसा बंदियों को दी जाती हैं. वह सब छत्तीसगढ़ में भी दिया जाए.
भारतीय लोकतंत्र सेनानी संघ के उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने की पीसी
भारतीय लोकतंत्र सेनानी संघ के उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने अंबिकापुर में प्रेस वार्ता में कहा कि जब देश में इंदिरा गांधी की सरकार थी, तब आपातकाल लागू किया गया था और कई लोगों को जेल जाना पड़ा था. इसी में मीसा बंदी भी शामिल थे, उन्हें एक दिन से लेकर साल भर तक जेल में रहना पड़ा, लेकिन उन्हें भाजपा शासित राज्यों ने सेनानी का दर्जा दिया हुआ है, और छत्तीसगढ़ में रमन सरकार ने मीसाबंदियों को पेंशन देने की स्कीम लागू की इसके तहत वर्तमान में मीसाबंदियों को जो 1 साल या उससे अधिक समय तक जेल में रहे हैं. उन्हें प्रति माह 25000 रूपये और जो 6 माह से कम समय तक जेल में रहे हैं उन्हें 15000 प्रति माह दिया जाता है वहीं जो एक दिन या उससे अधिक समय तक जेल में रहे हैं उन्हें ₹7000 प्रति माह छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा दिया जा रहा है.
भूपेश बघेल को बंदियों का श्राप लगा – सच्चिदानंद उपासने
उपासने ने कहा कि रमन सरकार के बाद छत्तीसगढ़ में जब भूपेश बघेल की सरकार बनी और मीसाबंदियों को दिए जाने वाले सम्मान राशि को बंद किया गया. तब उन्होंने भूपेश बघेल को चेतावनी दी थी कि अगर मीसाबंदियों को उनका सम्मान राशि नहीं मिलेगा तो कांग्रेस को सरकार से जाना पड़ेगा. यही वजह है कि जब चुनाव हुए तो कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में नहीं बनी. उपासने ने कहा कि भूपेश बघेल को का श्राप लगा और कांग्रेस चुनाव हार गई.