Chhattisgarh News: अम्बिकापुर सेन्ट्रल जेल में हत्या के आरोप में जेल में बंद एक बंदी ने स्वास्थ्य खराब होने का नाटक किया और इसके बाद जेल के डाक्टर ने उसे दो जेल प्रहरी के साथ मेडिकल कालेज अस्पताल एम्बुलेंस से भेजा लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह एम्बुलेंस से फरार हो गया. प्रहरियों ने उसे दौड़ाकर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद भी वे उसे नहीं पकड़ सकें. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई और सरगुजा पुलिस ने आरोपी को 24 घंटे में ही उसे पकड़ लिया, लेकिन सुरक्षा में लापरवाही पर दो जेल प्रहरी भी सस्पेंड हो गए.
अंबिकापुर सेंट्रल जेल से भागा हत्या का आरोपी
Chhattisgarh News: कैदी के भागने से अंबिकापुर केंद्रीय जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. कैदी का नाम संजीव दास है, जो चिखलाडीह का रहने वाला है, जिसे जेल चिकित्सक डॉ शाहरुख़ फिरदौसी और जेलर आर आर मतलाम के निर्देश पर इलाज के लिए दो जेल प्रहरी की सुरक्षा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था. कैदी अचानक मौका देखकर एम्बुलेंस से फरार हो गया. तब दोनों प्रहरी एम्बुलेंस में आगे बैठे थे. पीछे अकेले बंदी को रखा गया था. सवाल उठ रहा जब बंदी का तबियत इतना ख़राब था तो चलती एम्बुलेंस से कैसे कूदकर फरार हुआ, वही जेल प्रहरियों के दौड़ने के बाद भी बंदी को नहीं पकड़ सके.
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जेल चिकित्सकों पर लगे कैदियों को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के आरोप
बता दें कि केंद्रीय जेल में कैदियों को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के आरोप जेल चिकित्सको पर लगते रहे हैं. बंदियों को गंभीर बीमारी बताकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भर्ती कर दिया जाता है, जहां अस्पताल के जेल वार्ड में मौज करते देखा जाता है. दूसरी तरफ एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि फरार बंदी को पकड़ लिया गया है.