Chhattisgarh News: आज से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी. इस कार्यक्रम के तहत स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. इससे बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे. रायपुर कलेक्टर सहित प्रदेश भर के जिला अधिकारीयों ने इसके लिए अंतर्विभागीय बैठक लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को शत-प्रतिशत बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन कराया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल की दवा
बता दें कि महिला बाल विकास विभाग को भी आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत, गैर पंजीकृत बच्चे और शाला त्यागी बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने के निर्देश दिए गए हैं. निर्देश में साफ तौर पर कहा गया है कि बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा अच्छी स्थिति में मिले. कोई भी बच्चे दवा के सेवन से छूटे न, इसका विशेष ध्यान रखें. इसकी माॅनीटरिंग भी करने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में कई IAS अधिकारियों के तबादले, कुछ को मिला अतिरिक्त प्रभार
बता दें कि कि कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम वर्ष में 2 बार छः माह के अंतराल में फरवरी और अगस्त के माह में मनाया जाता है. जिसमें 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, निजी स्कूल, अनुदान प्राप्त स्कूल, महाविद्यालय व तकनीकी शिक्षा संस्थान में दवा एल्बेंडाजोल निर्धारित खुराक में खिलाई जाएगी. साथ ही छुटे हुए बच्चों को 4 सितम्बर 2024 को माप-अप दिवस पर दवा सेवन कराया जाएगा. कृमि बहुत गंभीर समस्या है. इसकी वजह से बच्चे बार-बार बीमार पड़ते है. इसका प्रभाव उनके शारीरिक व मानसिक विकास पर पड़ता हैं. इसलिए इसके रोकथाम के लिये एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाती है.