Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर से पहली बार कोई बच्चों का ग्रुप रायपुर घूमने आया हुआ हैं. बीजापुर के स्कूली बच्चे जगदलपुर से फ्लाइट में सफर तय कर रायपुर पहुंचे हैं. पहली बार यह बच्चे फ्लाइट में बैठे थे. फ्लाइट में बैठने के बाद इन बच्चों का उत्साह गजब का था. बच्चे झूम रहे थे, नाच रहे थे, गाना गा रहे थे, खुशियां मना रहे थे. यह सब इसलिए हो रहा था क्योंकि यह बच्चे राजधानी रायपुर आ रहे थे. बीजापुर से रायपुर का सफर बच्चे जिंदगी भर नहीं भूलेंगे, क्योंकि इस सफर में केवल एक सपना नहीं बल्कि कई बच्चों का सपना पूरा हुआ है.
घोर नक्सल प्रभावित बीजापुर से पहली बार रायपुर आए बच्चे
बीजापुर के सुदूर अंचल से आने वाले इन बच्चों ने कभी सोचा नहीं था कि वह फ्लाइट में कभी बैठ पाएंगे. फ्लाइट में बैठना तो दूर उन्होंने यह तक नहीं सोचा था कि वह कभी राजधानी रायपुर पहुंचेंगे. लेकिन आज यह सपना सच हुआ है.बच्चे रायपुर में है और यहां वो खूब मौज मस्ती कर रहे हैं. यह सभी बच्चे बीजापुर के मेधावी छात्र हैं. सरकार के तरफ से बीजापुर के 100 मेधावी छात्रों को रायपुर लाया गया है. इनमें 50 लड़कियां और 50 लड़के शामिल है. यह सभी बच्चे 9वी से 12वीं क्लास के हैं. इनका रायपुर घूमने का चयन इसलिए हुआ है क्योंकि इन्होंने एग्जाम में 80% से ज्यादा अंक लाए हैं. पीली टी शर्ट पहन कर इन बच्चों का चेहरा काफी खिला हुआ हैं . इनके खुशियों का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. कैसे यह बच्चे खिलखिला कर हंस रहे और मौज मस्ती कर रहे हैं. यह वह बच्चे हैं जो आए दिन गोलियों की आवाज को सुनते आए हैं. बारूद और ब्लास्ट को देखते आए हैं. यह जिन इलाकों में रहते हैं वहां पढ़ाई करना बिल्कुल आसान नहीं है. नक्सली का दंश झेल रहे इन बच्चों के परिवार वालों में भी आज खुशी की लहर है.परिवार वाले खुश हैं कि उनका बेटा बेटी राजधानी रायपुर का सैर कर रहा है और बाहर की जिंदगी को देख और समझ रहा है. यही बच्चे आगे चलकर बीजापुर की आन बान और शान बनेंगे और छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करेंगे.
जंगल सफारी और पुरखौती मुक्तांगन का किया भ्रमण
बीजापुर से पहुंचे 100 मेधावी छात्र आज राजधानी के अंबुजा मॉल, जंगल सफारी और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण किए. बच्चों को सबसे ज्यादा मजा जंगल सफारी घूमने में आया. जंगल सफारी पहुंचे बच्चों को सफारी का सैर कराया गया. इसमें बच्चों ने सफारी के दौरान ज़ू में बाघ, शेर, भालू, नीलगाय, मगरमच्छ, हिरण, लोमड़ी, सियार, भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे जानवरों को देखा. जानवरों को देखते समय बच्चे हंसी ठिठोली कर रहे थे . बच्चे रोचक तस्वीरें को कमरे में कैद कर रहे थे. तो कोई सेल्फी ले रह रहा था. सभी यादों को संजोय रहे थे क्योंकि पहली बार इन्हें ऐसा अवसर मिला था.
आजादी का महापर्व अपनी आंखों से देखेंगे बच्चे
बीजापुर से आए हुए बच्चों का जंगल सफारी का अनुभव बहुत ही शानदार और रोमांचक भरा रहा. अब ये बच्चे रायपुर में आयोजित कल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगे. ये बच्चे आजादी का महापर्व अपनी आंखों से देखेंगे. राजधानी रायपुर में ये बच्चे राज्यपाल और मुख्यमंत्री निवास, मंत्रालय, ऊर्जा पार्क का भी भ्रमण करेंगे.