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Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव में मिली सीटों से कांग्रेस संतुष्ट, करारी हार वाले राज्यों की करेगी समीक्षा

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कांग्रेस (फाइल फोटो)

Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव में मिली सीटों से राष्ट्रीय कांग्रेस को कुछ हद तक संतुष्ट नजर आ रही है. लेकिन अब उन राज्यों की ओर ज्यादा फोकस किया जा रहा है. जहां पर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इन राज्यों छत्तीसगढ़ भी शामिल है. क्योंकि छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों में कांग्रेस सिर्फ 1 सीट जीतने में सफल हो पाई है. बाकी सीटों पर कांग्रेस का परफॉर्मेंस खराब रहा. बूथ स्तर पर हार के कारणों का पता लगाने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया गया है. रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस संगठन में परिवर्तन भी देखने मिल सकता है.

कांग्रेस संगठन हार के कारणों का पता लगाने के लिए बेहद संजीदा नजर आ रही है. राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी हार के कारणों का पता लगाने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है. सीजी की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली और हरीश चौधरी को सौंपी गई है. यह दोनो सदस्य ब्लॉक व बूथ स्तर पर जा पता लगाएंगे. इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं. भले ही इन नेताओं के आने का समय तय नहीं हुआ है लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की भी हो रही है. कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भी बदला जा सकता वजह है कि उनके नेतृत्व में दो बार कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था.  इसके अलावा कार्यकर्ताओं की सक्रियता और कांग्रेस में गुटबाजी का चुनाव में असर. और कांग्रेस के मेनिफेस्टो ओ का जनता तक पहुंचना न पहुंचना की वजह तलाशेगी. भाई कांग्रेस में भी चर्चा हो रही है कि एक नए सिरे से संगठन को मजबूत करने को लेकर कांग्रेस कवायद कर सकती है.

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वही भाजपा भी लगातार कांग्रेस को नेतृत्व विहीन बता रही है. एक बार फिर से कांग्रेस के समीक्षा पर प्रतिक्रिया देते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नेतृत्व विहीन और एक परिवार के हित के लिए काम करने वाली पार्टी है. कांग्रेस की अपनी अंदरूनी काम है समीक्षा करें जो करना है करे कांग्रेस पार्टी नेतृत्व विहीन है. कांग्रेस का प्रासंगिक हो चुकी है केवल एक परिवार के पार्टी बनकर रह गई है.

यह कमेटी हार की वजह तलाशने के बाद  संगठन में बड़े बदलाव की भी चर्चा को तेज कर चुकी है. सीधे राष्ट्रीय स्तर पर कमेटी बनाने के बाद में सियासी गलियारों में यह भी कहा जा रहा है कि संगठन में भी बड़ा बदलाव हो सकता है.. लेकिन यह कमेटी के रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कांग्रेस के हर की वजह क्या रही.

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