Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार और राइस मिलर्स के बीच सहमति बन गई है. CM विष्णु देव साय और मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के साथ बैठक में मिलर्स की मांगों को मान लिया गया है. इस बारे में मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि चर्चा के बाद राइस मिलर्स की मांग को स्वीकार कर लिया गया है. जल्द मिलर्स एग्रीमेंट समेत अन्य प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. सोमवार से धान उठाव शुरू हो जाएगा.
बढ़ाई गई प्रोत्साहन राशि
मीटिंग के बाद राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर 60 रुपए से 80 रुपए किया गया है. लंबित राशि के भुगतान को लेकर भी सहमति बनी है. अगले सप्ताह से किश्तों में भुगतान की प्रक्रिया शुरू होगी.
क्यों नाराज थे राइस मिलर्स
- प्रदेश भर में राइस कई मांगों को लेकर नाराज थे. मिलर्स का कहना है कि पिछले दो-तीन सालों से उन्हें भुगतान ही नहीं किया गया है.
- साथ ही जो नई कस्टम मिलिंग नीति बनाई गई है, उसमें नए क्लॉस डाले गए हैं. ये मिलर्स के हित में नहीं है. इतनी पेनाल्टी लगाई जा रही है, जिससे वह सहमत नहीं हैं.
- सरकार की नीतियां राइस मिलर्स के पक्ष में नहीं है.
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी
छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान की खरीदी शुरू हो चुकी है, जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी. इस बार 2739 केंद्रों पर 3100 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है.
हेल्पलाइन नंबर
सरकार ने धान केंद्रों में शिकायत और निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. साथ ही कंट्रोल रूम भी बनाया है. ऐसे में किसान किसी भी तरह की परेशानी होने पर या शिकयत करने के लिए 0771-2425463 नंबर पर कॉल कर सकते हैं. बता दें सरकार ने दावा किया है कि धान बेचने के 72 घंटे के अंदर किसानों के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.
ये भी पढ़ें- Balrampur News: धान खरीदी केंद्र में किसानों से वसूली, एक गाड़ी के लिए 500 रुपए