Chhattisgarh News: सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर से मार्च 5 किलोमीटर दूर पर स्थित कंठी गांव में डायरिया का प्रकोप शुरू हो गया है. डायरिया की वजह से 30 लोग बीमार पड़े हुए हैं और कई ऐसे परिवार हैं जहां कई कई लोग बीमार हैं, इतना ही नहीं डायरिया की वजह से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई. गांव में डायरिया फैलने के बाद दहशत इतना है कि मृतक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में भी परिवार वालों को छोड़कर गांव के दूसरे लोग नहीं गए हैं.
डायरिया से डर का माहौल, 1 की हुई मौत
कंठी गांव में डायरिया पिछले 4 दिनों से फैला हुआ हैं. डायरिया के मरीज यहां बढ़ते जा रहे हैं. इस गांव में सरपंच की दोनों बेटियां डायरिया से पीड़ित हैं. वहीं आज रामकृष्ण राजवाड़े की डायरिया की वजह से मौत हो गई. रामकृष्ण राजवाड़े महज 42 साल के थे और उनका पूरा परिवार डायरिया से पीड़ित है. घर पर ही रहकर और उन्हें स्लाइन देकर बेटा और उसकी मां का इलाज इलाज किया जा रहा हैं. वहीं परिवार के अन्य लोगों को अंबिकापुर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. लोग इतना डरे हुए हैं कि घरों से बाहर तक निकलने से कतरा रहे हैं अगर किसी कारणवश निकल भी रहे हैं तो मुंह में मास्क लगाकर निकलना पड़ रहा हैं.
क्षेत्र में इस वजह से फैला डायरिया
डायरिया से लोग इतना डर गए हैं कि लोग मास्क लगाकर चल रहे हैं. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर गांव में अचानक डायरिया का प्रकोप शुरू होने के पीछे क्या वजह है क्योंकि गांव के लोग हैंडपंप और बोरवेल का पानी पी रहे हैं लोगों को कहना है कि डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और कई लोगों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ निजी अस्पतालो में भी भर्ती कराया गया है. डायरिया के बढ़ते प्रकोप को देखकर गांव में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने कैंप लगाया और बीमार लोगों का इलाज किया वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा यहां बोरवेल और हैंडपंप से निकलने वाले पानी का सैंपल भी लिया गया ताकि पता लग सके कि आखिर डायरिया फैलने के पीछे की क्या वजह है. हालांकि डायरिया दूषित पानी पीने और खराब खाद्य पदार्थों के सेवन से होता हैं.
पानी का सैंपल लिया गया
नोडल अधिकारी डॉ शैलेन्द्र गुप्ता ने बताया कि गांव में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों का स्वास्थ्य जांच किया वहीं बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पता लगाया जा रहा है कि आखिर डायरिया फैलने की क्या वजह है, इसके लिए यहां के पानी का भी सैंपल लिया गया है, जिसकी जांच की जाएगी. पता लगाया जाएगा कि आखिर ऐसे कौन से खतरनाक बैक्टीरिया हैं जिसकी वजह से डायरिया यहां तेजी से यहां फैल रहा हैं .