Chhattisgarh News: मुंगेली में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही सड़क अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही की भेंट चढ़ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए बनाई जा रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. लाखों रूपये की लागत से बन रहे सड़क संधारण कार्य 15 दिनों में ही उखड़ रहे है. गुणवत्ता बस लगाये गए बोर्ड और कागजो पर दिखती है, पर वास्तविकता इसकी पोल खोल रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिले इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना द्वारा निर्माण कार्य भले ही कराया जा रहा हो मगर जिम्मेदारों की कमीशन खोरी से भरी नीतियों के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना पर भी सवालिया निशान खड़ा होना लाजिमी है.
जानिए क्या है पूरी योजना
मुंगेली जिले में पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत T0p 7 यानी मुंगेली पंडरिया मुख्य मार्ग से गोपातपुर तक बनाई जा रही सड़क साधारण कार्य जिसकी लम्बाई लगभग 1300 मीटर है, इसकी शुरुवात बोर्ड में लगाने के अनुसार जुलाई 2023 में की गई थी. जिसे अप्रेल 2024 में पूर्ण किया गया है, लेकिन ग्रामीणों ने बताया की सड़क 15 से 20 दिन पूर्व ही बनाया गया है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है.
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यह बता रहे सड़क के उखाड़ने का कारण
खराब मटेरियल और गुणवत्ता से समझौता किया गया है, जबकि विभाग गुणवत्ता युक्त सड़क की बात करता है, इसकी लागत 37 लाख 42 हजार है. जिसे मेकडम मेकर्स के द्वारा करवाया गया है. साधारण सड़क निर्माण में शुरू से ही मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. जिसका नतीजा रहा कि निर्माण होते-होते ही सड़क अपनी स्थिति बयां कर रही है. वहीं सड़क कही पूरी तरह से उखड़ गए है, तो कही बीच-बीच में गड्ढे देखे जा सकते है. जिसका ग्रामीणों ने काफी विरोध किया था. मगर विभागीय मिलीभगत से ठेकेदार का मनमाना रवैया ही हावी रहा. सड़क पूरी तरह जर्जर हो गई है. जगह-जगह विकराल गड्ढे दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे है.
पहली बारिश में उखड़ गई सड़क
पहली बारिश में सड़क के ऐसे हालात है तो अच्छी बारिश में पूरा गांव टापू में तब्दील हो चुका है बारिश में पूरा गांव और सड़क भगवान भरोसे है. वही ग्रामीण ने बताया की प्रधानमंत्री सड़क योजना से बनाए गए सड़क मानक को ताक में रखकर ठेकेदार मनमाने तरीके से निर्माण किया है. वही ग्रामीणो ने आरोप लगाया है की सड़क में विभागीय अधिकारी के मिलीभगत से ठेकेदार ने भ्रष्टाचार का खेल खेला है.