Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में हुए हार की समीक्षा शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की यह पहली बड़ी बैठक है. आज कांग्रेस की कांग्रेस फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी रायपुर पहुंची हुई है. फैक्ट एंड फाइंडिंग कमिटी के अध्यक्ष वीरप्पा मोइली और हरीश चौधरी छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं की बैठक ले रहे हैं. इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट भी मौजूद हैं. बैठक कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में जारी है. इस बैठक में लोकसभा चुनाव में हुए हार को लेकर मंथन किया जा रहा है.
कांग्रेस की हार की समीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी
कांग्रेस के बैठक में AICC द्वारा हार की समीक्षा करने के लिए बनाई गई फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं के साथ चर्चा कर रही है. बैठक में चुनाव की हार की समीक्षा लोकसभा वार की जा रही है. आज महासमुंद और रायपुर लोकसभा की समीक्षा हो रही है. इसमें लोकसभा क्षेत्र के विधायक, पूर्व विधायक, प्रत्याशी, जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष सभी से कमिटी फीडबैक ले रही है. इसके अलावा कुछ नेताओं से 1-2-1 चर्चा भी कमेटी कर सकती है.
AICC को रिपोर्ट सौंपेंगे, फिर बड़े नेता निर्णय करेंगे – वीरप्पा मोइली
रायपुर पहुंचे एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए वीरप्पा मोइली ने कहा कि बैठक के बाद AICC को रिपोर्ट सौंपेंगे, फिर बड़े नेता निर्णय करेंगे. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था, क्योंकि छत्तीसगढ़ में कई बेहतरीन लीडरशिप है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस कहां गलत हुई है, इसका पता लगाएंगे. NDA ने भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया. कांग्रेस अब आगामी चुनाव की ओर देख रही है. राजीव भवन में चल रहे कांग्रेस के बैठक में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, पूर्व मंत्री प्रेमसाय टेकाम, धनेंद्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, अमितेश शुक्ल, अमरजीत भगत, कवासी लखमा समेत बड़े नेता-पदाधिकारी राजीव भवन में मौजूद हैं.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य 5 दिन तक लगातार प्रदेश दौरे पर रहेंगे. कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के एम वीरप्पा मोइली चेयरमैन हैं. इनसे पहले कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से मुलाकात की. सभी ने हार के कारण बताए. कहां जा रहा है कि वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में हो रही इन बैठकों में कांग्रेस के नेता अपनी भड़ास निकाल सकते हैं. हार के कारणों को मुखर तौर पर बता सकते हैं. इसके अलावा पार्टी में जो खामियां है उसको दूर करने के लिए भी सुझाव दिए जा सकते हैं. इन सभी चीजों के बाद कमेटी एक विस्तृत रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को सौपेगी.