– नितिन भांडेकर
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ राज्य में बोरवेल में गिरने की घटना हमें लगातार देखने को मिलते ही रहती है. जिस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने खुले में छोड़े गए बोरवेल को बंद करने एवं सबंधित विभाग के अधिकारीयों को सख्त निर्देश भी दिया है. जिसके बाउजूद बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटना हमें देखने को मिलते ही रहती है.
बोरवेल में गिर जाने पर दो से तीन दिनों तक प्रशासन का पूरा अमला अपनी जी जान लगाकर रेस्कयु करती रहती है. हालांकि सरकार ने पिछली बार विदेशों से भी कई हाईटेक मशीने मंगवाकर कई दिनों तक रेस्कयू किया था. समय पर बचाव दल द्वारा लिया गया एक्शन बोरवेल में गिरे बच्चों को बचा लेती है लेकिन कहीं कहीं प्रशासन तथा बचाव दल को सुविधाओं की अपर्याप्त सुविधा न होने से असफलता का सामना भी करना पड़ा है.
खैरागढ़ जिले के सरकारी स्कुल में पढ़ने वाला छात्र टाकेश्वर वर्मा भी एक बच्चा है जो इन सब घटनाओं को टीवी चैनलों पर देखा करता था. जिससे उसके मन में इस तरह के घटनाओं से निपटने के लिये इस छात्र ने ऐसा रोबोट का मॉडल बनाया है जिसे “रोबोट टू पुट आउट द चाइल्ड फ्रॉम बोरवेल” नाम दिया है. भविष्य के इस जूनियर साइंटिस्ट ने एक अनूठी पहल करते हुए जो विज्ञान मॉडल बनाया है वह काफी सराहनीय है.
खोमन साहू ने बनाया स्मार्ट स्कुल बैग
देश में आये दिन बच्चों की गुम होने एवं बच्चों के किडनेप होने की खबरें सुनने को मिलती रहती है. वहीं रात के वख्त ट्यूशन से जाते आते वख्त बच्चों के साथ कई बार सड़क दुर्घटना जैसी हादसे भी हो चुके हैं. ज्यादातर इस तरह के मामले एवं छात्राओं के साथ देखने सुनने को मिलते ही रहता है. जिसे देखते हुए भरदा कला के छात्र खोमन ने एक ऐसा स्मार्ट बेग बनाया है जिसमें जीपीएस के साथ साथ लाईट भी लगा हुआ. इस स्मार्ट बैग का उपयोग करने वाले को जीपीएस के माध्यम से आसानी गुम होने वाले बच्चों की वास्तविक स्थान की जानकारी ढूंढ सकते हैं. इस बैग में पीछे तरफ एक लाईट लगी हुई है जिससे रात के समय पीछे से आ रहे वाहनों को दिखाई भी देगा जिससे सड़क दुर्घटना होने की घटना नहीं हो पाएगी.
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ऐसी अद्भुत सोच और प्रेरणा देने वाले बच्चों का चयन केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान भारत की ओर से इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत खैरागढ़ जिले के 2 विद्यार्थियों को चयन किया गया है.
क्या है इंस्पायर मानक अवार्ड्स योजना
इंस्पायर मानक अवार्ड्स योजना विद्यार्थियों में रचनात्मकता व नवीन सोच उत्पन्न करने तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बाल वैज्ञानिकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष इंस्पायर मानक अवार्ड्स की घोषणा करती है.
नवाचारों का चयन विशुद्ध नवीनता, सामाजिक प्रयोज्यता, पर्यावरण बंधुता, उपयोगकर्ता बंधुता तथा तकनीकी रूप में सबलता के आधार पर किया जाता है. इंस्पायर मानक अवार्ड के अंतर्गत 11वीं राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता (एनएलईपीसी ) हेतु खैरागढ़ -छुईखदान-गंडई जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरदाकला के छात्र खोमन और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भंडारपुर के छात्र टाकेश्वर वर्मा का चयन नई दिल्ली के लिए हुए है.
छात्र खोमन द्वारा विज्ञान मॉडल स्मार्ट स्कूल बैग तथा छात्र टाकेश्वर वर्मा का विज्ञान मॉडल (रोबोट टू पुट आउट द चाइल्ड फ्रॉम बोरवेल) हेतु चयन हुआ है. दोनों छात्र राज्य के शेष 18 विज्ञान मॉडल के साथ नई दिल्ली में 17 सितंबर से 19 सितंबर को अपने मॉडल का प्रदर्शन करेंगे.
उल्लेखनीय है कि जिला स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड प्रतियोगिता का आयोजन कवर्धा में एवं राज्य स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड प्रतियोगिता राजनंदगांव में हुई थी जिसमें 29 जिले के 216 स्टूडेंट ने भाग लिया और उनमें से छत्तीसगढ़ राज्य से 20 बच्चों के मॉडल का सिलेक्शन राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता नई दिल्ली के लिए चयन हुआ जिसमे से दो छात्र खैरागढ़ जिले के भी शामिल है. इस अवसर पर जिला कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा एवं शिक्षा अधिकारी लाल जी द्विवेदी सहित स्कूलों के शिक्षको ने भी इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी.