Vistaar NEWS

Chhattisgarh News: लोकसभा टिकट की दावेदारी के बीच चिंतामणि का नाम ED की FIR में क्यों? जानें इनसाइड स्टोरी

Chhattisgarh News

चिंतामणि महाराज(फाइल फोटो)

Chhattisgarh News: कोयला घोटाले (Coal Scam) में ईडी की ताजा एफआईआर में एक नाम हर किसी को चौंका रहा है. यह नाम हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए चिंतामणि महाराज का है. चिंतामणि लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र से 2018 में कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुने गए थे. हालांकि इस चुनाव में चिंतामणि का टिकट कांग्रेस ने काट दिया था. टिकट कटने के बाद चिंतामणि ने भाजपा ज्वाइन किया और सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी भी पेश कर रहे हैं.

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए चिंतामणि महाराज

दरअसल, एफआईआर में नाम आने के बाद चिंतामणि महाराज से विस्तार न्यूज ने बातचीत की. चिंतामणि ने कहा कि उनका कोयला घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने किसी भी व्यक्ति से कोई पैसा नहीं लिया है. ईडी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में जो एफआईआर दर्ज कराई है, उसमें चिंतामणि के नाम पर 5 लाख रुपए की एंट्री बताई गई है. बता दें कि उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के विरोध के बाद चिंतामणि की टिकट काट दी गई थी. सहदेव ने सार्वजनिक मंच से कहा था कि सरगुजा की 14 में से दो सीट पर कांग्रेस विधायक की जीत की गारंटी वह नहीं लेते हैं. इसके बाद चिंतामणि और बृहस्पति सिंह का टिकट कांग्रेस ने काट दिया था.

विरोधियों के सक्रिय होने की आशंका

चिंतामणि महाराज ने इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया कि उनकी लोकसभा चुनाव की दावेदारी को देखते हुए विरोधी सक्रिय है. सूत्रों की मानें तो चिंतामणि ने लोकसभा चुनाव की टिकट की शर्त पर ही भाजपा प्रवेश किया था. अब प्रदेश में भाजपा की सरकार आ चुकी है और सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से कई दावेदार हैं. ऐसे में दबे सुर में उनका किया जा रहा है.

सीएम साय बोले- लोकसभा चुनाव से कोई मतलब नहीं

ईडी की शराब और कोयला घोटाले पर एफआईआर के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि ईडी एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है. इसका लोकसभा चुनाव से कोई मतलब नहीं है. ईडी अपना काम करते रहती है.

ये भी पढ़ें: Chhattisgarh Politics: कोयला घोटाले की जद में आए विधायकों का कांग्रेस ने काट दिया टिकट

लोकसभा चुनाव से पहले फिर बदनाम करने की साजिश: भूपेश

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले से ईडी और आईटी कांग्रेस को बदनाम कर रही है. लोकसभा चुनाव सामने है. बीजेपी की एजेंसी ED फिर षडयंत्र कर रही है. यूडी मिंज का नाम आना यह बताता है कि मुख्यमंत्री विष्णदेव साय छोटी सोच के हैं. यूडी मिंज का दोष सिर्फ CM के खिलाफ चुनाव लड़ने का है. सीएम को इतनई छोटी सोच का नहीं होना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या ईडी से बड़ी एजेंसी एसीबी हो गई है. हम लड़ाई लड़ते रहेंगे.

Exit mobile version