Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय(CM Vishnudeo Sai) ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी कीमत पर कानून और व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े. अगर ऐसा होता है तो जिम्मेदारी तय कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आम जनता के बीच पुलिस की सख्त और संवेदनशील छवि दिखनी चाहिए. जनता का जितना पुलिस पर विश्वास रहेगा उतना ही अच्छा होगा. सीएम ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित गृह एवं जेल विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार पिंगुआ समेत गृह और जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
पुलिस की धमक हर क्षेत्र में दिखनी चाहिए- CM
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए कानून जो जुलाई में लागू हो रहे हैं इसके लिए समय रहते सभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाए. प्रदेश में नशाखोरी, जुआ और सट्टा पर सख्ती से रोक लगाई जाए. अवैध शराब, जुआ, सट्टा से संबंधित शिकायतें नहीं आनी चाहिए. इसके लिए जिले स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाए. चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और कंपनियों से रिकवरी कर निवेशकों को उनकी राशि जल्द उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की धमक हर क्षेत्र में दिखनी चाहिए. माओवाद का अंतिम रूप से खात्मा करना हमारा लक्ष्य है. माओवादी आंतक के खिलाफ हमारा अभियान लगातार जारी रहेगा. इस अभियान में पुलिस को अच्छी सफलता मिल रही है. इसके लिए पुलिस बधाई के पात्र है. यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के तहत पुलिस कैम्पों के पांच किलोमीटर की परिधि में आने वाले गांवों के विकास के लिए राशि की कमी नही होगी.
लॉ एन्ड ऑर्डर की स्थिति से निपटने के लिए SoP
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नवगठित जिलों में जहां अजाक थाने नहीं है, वहां शीघ्र अजाक पुलिस थाने खोले जाएंगे. पुलिस विभाग में रिक्त पदों की भर्ती और पदोन्नति की कार्रवाई शीघ्र की जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस की क्षमता विकास के लिए अधिकारियों और जवानों के प्रशिक्षण नियमित रूप से आयोजित किए जाएं. पुलिस को सुदृढ़ और दक्ष बनाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी. उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने समीक्षा बैठक में कहा कि लॉ एन्ड ऑर्डर की स्थिति से निपटने के लिए SoP बनाने की आवश्यकता है ताकि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति निर्मित होने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके और इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन को प्रशिक्षित भी किया जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जिलों का दौरा करेंगे और कार्यों की समीक्षा भी करेंगे.
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चार जिलों में खोले जाएंगे चार नए सायबर पुलिस थाने
इसके बाद पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बैठक में बताया कि प्रदेश में अपराधों में निरंतर कमी आ रही है. प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए चार महिला थाने एवं महिला विरुद्ध अपराध अनुसंधान की 6 इकाई कार्यरत हैं. इसके अतिरिक्त 553 महिला हेल्प डेस्क और सभी 33 जिलों में परिवार परामर्श केंद्र स्थापित हैं. अभिव्यक्ति एप के माध्यम से पीड़ित महिलाओं को आपातकालीन सेवा और ऑनलाइन शिकायत की सुविधा भी दी जा रही है. प्रदेश के चार जिलों रायगढ़, कोरबा, राजनांदगांव एवं कबीरधाम जिले में चार नए सायबर पुलिस थाने खोले जाएंगे. मानव तस्करी की रोकथाम के लिए राज्य स्तर पर एन्टी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग ब्यूरो की स्थापना की जाएगी. साइबर अपराधों में कार्रवाई करते हुए 22.12 करोड़ रूपए की राशि ठगों के पास जाने से बचाई गई. प्रदेश में गुम बच्चों के मामले में 92 प्रतिशत बच्चों को रेस्क्यू करने में सफलता मिली है. मानव तस्करी के मामलों में लगभग 99 प्रतिशत पीड़ितों का रेस्क्यू किया गया है.