Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं ने कोयला घोटाले का जमकर प्रचार किया और कांग्रेस पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंच से बार-बार प्रदेश में हुए कोयला घोटाले का जिक्र किया. भाजपा ने जब जनमानस के बीच यह स्थापित करने की कवायत शुरू की कि भूपेश सरकार कोयला घोटाले में लिप्त है, तब टिकट वितरण का दौर चल रहा था. कांग्रेस ने उसे समय 4 वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिए. इसमें शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, बृहस्पत सिंह और चिंतामणि महाराज शामिल थे. हालांकि ईडी की प्राथमिकी में मंत्री अमरजीत भगत, देवेंद्र यादव, गुलाब कमरो और यूडी मिंज का भी नाम आया है.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के करीबी होने के कारण देवेंद्र यादव और अमरजीत भगत का टिकट बच गया, जबकि यूडी मिंज और गुलाब कमरों की संलिप्तता कम पाई गई, जिसके कारण उन्हें दोबारा मैदान में उतार दिया गया. कांग्रेस के उच्च सदस्य सूत्रों की मानें तो टिकट वितरण के दौरान प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य और पूर्व उपमुख्यमंत्री तक देव ने इन नाम को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी.
चुनाव से पहले गायब हो गए थे रामगोपाल
विधानसभा चुनाव से पहले ईडी ने जब अपनी कार्रवाई तेज कि उस समय कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल गायब हो गए. हालांकि वह अभी भी प्रदेश से बाहर बताए जा रहे हैं. रामगोपाल अग्रवाल के प्रदेश छोड़ने का असर कांग्रेस की चुनावी फंडिंग पर भी पड़ा. ईडी ने सबसे ज्यादा दौर की पूछताछ रामगोपाल अग्रवाल से की. ईडी की टीम जब रामगोपाल अग्रवाल के घर पहुंची थी, तो कांग्रेस नेताओं ने 5 घंटे तक उनके घर के बाहर भजन गाकर विरोध दर्ज कराया था.
देवेंद्र को टिकट काटने का था डर तो पत्नी को उतार दिया था चुनाव प्रचार में
भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को टिकट काटने का डर था. इससे निपटने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव प्रचार के मोर्चे पर उतरा था. उसे दौर में यह चर्चा थी कि अगर देवेंद्र की टिकट कटी तो उनके स्थान पर उनकी पत्नी को कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कड़ी पैरवी के बाद केंद्रीय संगठन ने देवेंद्र का टिकट नहीं काटने का फैसला किया.
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तीन सीट कांग्रेस ने गवां दी
कांग्रेस ने कांकेर, बिलाईगढ़, लुंड्रा और रामानुजगंज के वर्तमान विधायकों का टिकट काटा था. इन चारों सीट में सिर्फ एक स्थान बिलाईगढ़ में कांग्रेस को जीत मिली, बाकी तीन सीट कांग्रेस ने गवां दी. बिलाईगढ़ से कविता प्राण लहरों ने कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की. कांग्रेस ने यूडी मिंज, देवेंद्र यादव, अमरजीत भगत और गुलाब कमरों को चुनाव मैदान में उतरा, जिसमें सिर्फ देवेंद्र यादव ने जीत दर्ज की. सेना की नौकरी छोड़कर आए भाजपा उम्मीदवार रामकुमार टोप्पो से मंत्री अमरजीत भगत हार गए.