Chhattisgarh: बीजापुर में कांग्रेस पार्टी से विधायक विक्रम शाह मंडावी और नवप्रवेशी भारतीय जनता पार्टी नेता अजय सिंह के बीच बीते चार सालों से चलती आ रही तनातनी अब बढ़ गई है. शुरुआत से अजय सिंह ने विक्रम शाह मंडावी पर भ्रष्टाचार के दर्जनों आरोप लगाए हैं, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद विधायक विक्रम ने अजय सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. बता दें कि अजय सिंह का राजनैतिक कैरियर कांग्रेस के साथ ही शुरू हुआ था, वह बस्तर और बीजापुर में कांग्रेस की नींव रखने वाले नेताओं में गिने जाते हैं. कई बार नक्सली हमलों में बाल-बाल बचे अजय सिंह झीरम हमले में भी जिंदा बचने वाले कांग्रेसी नेताओं में शामिल रहे हैं.
चार साल पहले अजय सिंह ने खोला था मोर्चा
चार साल पहले विधायक विक्रम शाह मंडावी के खिलाफ अजय सिंह ने तब मोर्चा खोल दिया था, जब वह कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता और युवा आयोग के सदस्य रहे थे. इस दौरान प्रदेश में भी कांग्रेस का ही शासनकाल था. अजय सिंह ने विधायक विक्रम की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में तब के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी मौखिक और लिखित शिकायत कर चुके थे. किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने से आहत अजय सिंह ने मीडिया के सामने विधायक विक्रम के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया और अजय सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों के तहत 6 साल तक के लिए निष्कासन की कार्रवाई भी की गई थी. इतना ही नहीं अजय सिंह पर जिला प्रशासन की ओर से जिलाबदर की कार्रवाई तक कर दी गई थी.
मेरे पास पुख्ता सबूत- विक्रम शाह मंडावी
इसके बाद विधानसभा चुनाव में अजय सिंह ने BJP के समर्थन में प्रचार प्रसार का काम किया और सत्ता परिवर्तन के साथ ही अजय ने BJP जॉइन कर लिया, लेकिन इस उठापटक की राजनीति के बाद अब विक्रम शाह मंडावी ने अजय सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. विक्रम मंडावी ने रपटा निर्माण कार्य का एक फोटो दिखाते हुए पत्रकारों से कहा था कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं. नालों पर ह्यूम पाइप्स का इस्तेमाल कर बनाए जाने वाले वैकल्पिक पुल को रपटा कहते हैं. इनका इस्तेमाल बाढ़ जैसी स्थिति में नहीं किया जा सकता है. इससे पहले विक्रम शाह मंडावी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अजय सिंह पर आरोप लगाए थे कि अजय सिंह ने चिन्नागेल्लूर क्षेत्र में 49 लाख रुपए के निर्माणाधीन रपटा में भ्रष्टाचार किया है, जिसमें उन्होंने एक स्थानीय पत्रकार चेतन कपेवार को अजय सिंह का पेटी ठेकेदार भी कह दिया था.
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अजय सिंह ने मंडावी पर बोला हमला
इसके बाद अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विक्रम शाह मंडावी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रपटा निर्माण कार्य की राशि 39 लाख है और विक्रम 49 लाख रुपए बता रहे हैं. अजय सिंह ने प्रश्न उठाया कि, जिस काम की राशि का भुगतान ही नहीं हुआ है, उसमें भला कैसे भ्रष्टाचार किया जा सकता है? अजय सिंह आगे कहा कि इसके पहले मैंने विक्रम मंडावी के भ्रष्टाचारों के सबूत दस्तावेजों समेत पेश किए थे, लेकिन उन्होंने कभी प्रेस के सामने आकर उन आरोपों की बात नहीं की और न ही उन आरोपों की जांच हुई है. इसके साथ ही अजय कहते हैं कि चेतन कापेवार के साथ उनके संबंध मैत्रीपूर्ण हैं और इसलिए विधायक विक्रम चेतन का नाम बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. विधायक विक्रम नक्सलियों से चेतन की हत्या करवाना चाहते हैं. बता दें कि, रपटा निर्माण का काम जिस जगह पर चल रहा है वह स्थान माओवाद प्रभावित क्षेत्र का हिस्सा है और इसके पूर्व में भी विक्रम शाह मंडावी पर नक्सलियों के साथ सांठगांठ के आरोप अजय सिंह लगा चुके हैं.