Chhattisgarh News: बिलासपुर शहर के भीतर बिजली वितरण विभाग के ट्रांसफार्मर और लाइनों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. हर एक किलोमीटर पर इसके एवज में लगाया जुगाड़ बड़ी आसानी से देखा जा सकता है. विस्तार न्यूज ने ऐसे ही पांच स्थानों का जायजा लिया तो हर साल मेंटेनेंस के नाम पर दो करोड़ खर्च करने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों की वह सारी करतूतें सामने आ गईं, जिसके चलते हवा के झोंके से बिजली गुल हो रही है. लोगों का कहना है कि अधिकारियों को इन्हें सुधरवाने किसी बड़े हादसे का इंतजार है. इस तरह की अव्यवस्था के चलते गर्मी में लोगों को बिजली की समस्या से फिर जूझना होगा.
शहरभर में बिजली की अव्यवस्था
बिलासपुर-सीपत रोड पर मुख्य सड़क से दस किलोमीटर तक कोई भी इस तरह की अव्यवस्था बड़ी आसानी से देखी जा सकती है. सड़क के दोनों छोर पर बिजली के तार बुरी तरह उलझे हुए हैं. जगह-जगह नए पुराने ट्रांसफार्मर को बांस-बल्लियों के भरोसे सहारा दिया गया है. यह वो सब ट्रांसफार्मर हैं जो चालू हालत में हैं और इनसें 20 से 30 घरों में बिजली सप्लाई हो रही है. इसके अलावा करंट के तार सड़क की ऊचांई से ऐसे गुजरा है जिसे कोई भी हाथ उठाकर कर छू ले. बिजली वितरण विभाग के अधिकारी ये दावे कर रहे हैं कि वे गर्मी के दौरान और बारिश शुरू होने से पहले बिजली व्यवस्था मेंटेनेंस के तहत लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं लेकिन यह पैसा कहां खर्च हो रहा है, यह जांच का विषय है. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों को नहीं है. वे सबकुछ जानकर मौन बैठे हैं और इसके कारण उनकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है.
बिलासपुर शहर के अग्रसेन चौक में बिजली के तीन खंभे हैं. इनमें हर एक पाेल पर देखने पर यह पता नहीं लगेगा कि बिजली के तार कौन से हैं? क्योंकि एक साथ दस से 12 तारों का गुच्छा दिखेगा. इनमें कुछ तार घरेलू टीवी कनेक्शन हैं तो कुछ ऑप्टिकल फाइबर के है. और यहीं तार अग्रसेन चौक से लिंक रोड, स्मार्ट रोड, मंगला, वेयर हाउस रोड और कई अन्य जगह पर दिखेगा. स्थितियां ऐसी बन रही कि कई बार चोर इन्हें काटकर ले जा रहे.
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बिजली के पोल टेड़े-मेढ़े
दरअसल शहर के हेमूनगर के गलियों के भीतर बिजली के पोल टेड़े-मेढ़े हो चुके हैं. कहीं कोई दुर्घटना में गिरने की कगार पर है तो कहीं कुछ और समस्या हैं. इनमें ही बिजली के तार और घरेलू कनेक्शन की सप्लाई की गई है. सरकंडा, अशोक नगर, बंधवापारा, चौबे कॉलोनी के भीतर भी इस तरह की स्थिति बनी हुई है. सवाल उठने लगा है कि शहर में र्सिटी सर्किल के अधिकारी आखिर कैसे मेंटेनेंस का काम करवा रहे हैं.
जिनके ऊपर जिम्मेदारी, उनका पता नहीं
बता दें कि शहर के कई क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था चरमरा गई है. फ्यूज कॉल सेंटर पर लोगों की तरफ से आई शिकायत को देखने पर यह आसानी से पता लग जाएगा की बिजली के खंभों पर आए दिन सामान खराब हो रहे हैं. कभी कंडक्टर कभी इंसुलेटर जलने की शिकायत आ रही है. इसके अलावा तार भी खराब हो रहे हैं. कुल मिलाकर गर्मी के मौसम में फिर से लोगों को बिजली गुल की समस्याओं से जूझना होगा फिर भी व्यवस्था ठीक नहीं है.