Earthquake: छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में बुधवार सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. तीनों जिलों में सुबह करीब 7.20 बजे से 7.30 बजे के बीच धरती कांपी. जैसे ही लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए तो घरों से भागकर बाहर आए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूंकप का केंद्र तेलंगाना था. छत्तीसगढ़ के तीनों जिलों में आए भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 थी. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई.
छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में भूकंप
बुधवार को सुबह-सुबह छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में भूकंप आया. सुबह 7.20 बजे से 7.30 बजे के बीच बीजापुर, सुकमा और जगदलपुर जिले में लोगों ने कुछ सेकंड के लिए भूकंप के तेज झटके महसूस. इसके अलावा पखांजूर में भी हल्के झटके महसूस किए गए.
कितनी रही तीव्रता
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूंकप का केंद्र तेलंगाना राज्य के मुलुगु जिले में ज़मीन से 40 किलोमीटर की गहराई पर था. वहीं, भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 रही. छत्तीसगढ़ के तीन जिलों के अलावा हैदराबाद और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
घरों से बाहर भागे लोग
भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर भागे. गनीमत रही कि भूकंप के कारण कहीं भी कोई जनहानि नहीं हुई.
क्यों आता है भूकंप
धरती की अंदरूनी सतह पर प्लेट्स मौजूद होती हैं. जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. कोने मुड़ने पर जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं, जिस कारण भूकंप आता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं.
जानें भूकंप की तीव्रता के बारे में
– 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
– 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है.
– 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है.
– 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं.
– 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है.
– 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.