Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोयला परिवहन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आईएएस समेत 35 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है. ईडी के उपनिदेशक संदीप आहूजा ने एंटी करप्शन ब्यूरो में एफआईआर दर्ज कराई है. ईडी ने अपनी एफआईआर में बताया कि कोयला परिवहन घोटाला वर्ष 2020 से 2022 के बीच हुआ है. इसमें करीब 1000 करोड़ रुपए का अवैध लेनदेन हुआ है. ईडी ने दस्तावेजों के साथ किन-किन नेताओं को कितने-कितने रुपए दिए गए, उसकी भी जानकारी पेश की है. ईडी का आरोप है कि कोयले के परिवहन पर ₹25 प्रति टन की अवैध वसूली की जा रही थी. इस मामले में अब तक मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के नोएडा में एफआईआर दर्ज हुई है. छत्तीसगढ़ में यह पहली एफआईआर है.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर बिश्नोई, रानू साहू, खनिज अधिकारी संदीप कुमार नायक, शिव शंकर नाग, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, मनीष उपाध्याय, रोशन सिंह, निखिल चंद्राकर ,राहुल सिंह, पारेख कुर्रे, मोइनुद्दीन कुरैशी, वीरेंद्र जायसवाल, रजनीकांत तिवारी, हेमंत जयसवाल, जोगिंद्र सिंह, नवनीत तिवारी, दीपेश टांक, देवेंद्र डड़सेना और राहुल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इसके साथ ही तत्कालीन कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, बृहस्पति सिंह, गुलाब कमरों, यूडी मिंज और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. ईडी की एफआईआर में कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल, आरपी सिंह, विनोद तिवारी, इदरीश गांधी, सुनील अग्रवाल जय, चंद्र प्रकाश और लक्ष्मीकांत तिवारी का भी नाम है.
सूर्यकांत के पास 170 करोड़!
ईडी ने अपनी एफआईआर में बताया है कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के पास अवैध कोयला परिवहन घोटाले का 170 करोड रुपए पहुंचा है. वहीं कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के पास 52 करोड़ पहुंचा है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के पास 36 करोड़, आईएएस समीर बिश्नोई के पास 10 करोड़, रानू साहू के पास 5.50 करोड रुपए पहुंचे हैं.
पूर्व मंत्री भगत सहित आठ कांग्रेस विधायकों का नाम
ईडी की एफआईआर में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत सहित आठ कांग्रेस विधायकों का नाम है. इसमें देवेंद्र यादव, शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, बृहस्पति सिंह, चिंतामणि महाराज, गुलाब कमरों और यूडी मिंज शामिल है.
पूर्व विधायक और नेताओं को दिए 6 करोड़
ईडी ने दावा किया है कि पूर्व विधायकों और नेताओं को 6 करोड रुपए बांटे गए हैं. इसके साथ ही झारखंड में 5 करोड रुपए भेजे गए और बेंगलुरु में 4 करोड रुपए भेजे गए. हालांकि झारखंड और बेंगलुरु में यह पैसे किसे भेजे गए, यह स्पष्ट नहीं है.