Chhattisgarh news: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है. पूर्ववर्ती कांग्रस सरकार के द्वारा 1 जनवरी 2019 से नवंबर 2023 तक हेलीकॉप्टर और विमान के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए के भुगतान का मामला सामने आने के बाद इस पर सियासत गरमाई हुई है. अब इस मुद्दे पर राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधा है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे पर सफाई पेश करते हुए जांच की चुनौती दी है.
वित्त मंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
हेलीकॉप्टर और विमान के लिए पिछली सरकार में 300 करोड़ रुपए के भुगतान के मामले में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है. विधानसभा में बजट के तीसरे दिन मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बहुत संजीदा है, मुख्यमंत्री इसका फैसला करेंगे. लेकिन एक बात साफ है जिन्होंने अरबों रुपए हवाई यात्रा में उड़ाए, जनता ने उन्हें हवाई कर दिया और आज वो विपक्ष में बैठे हैं.
भूपेश बोले- गलत किया तो हमें बताएं
विमान के भुगतान मामले पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी सख्त तेवर में दिखे. उन्होंने मामले को लेकर सफाई देते हुए तंज भी कसा. भूपेश बघेल ने कहा, “इसके पहले की सरकार के साथ ही पूरे देश की सरकारें हेलीकॉप्टर किराए पर लेती हैं. रमन सरकार पर सेकेंड हैंड हेलीकॉप्टर लेने का आरोप भी लगा था. हमने जो किराए का भुगतान किया है या जो भी किया है सब प्रक्रिया के तहत किया गया है. अगर इसमें कुछ भी गड़बड़ी हुई है तो सरकार हमें बताए.”
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जानिए पूरा मामला क्या है ?
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में विधायक राजेश मूणत ने CM से सवाल पूछा था कि प्रदेश में 1 जनवरी 2019 से नवंबर 2023 तक हेलीकॉप्टर और विमान के लिए कुल कितना भुगतान किया गया. इसमें निजी हेलीकॉप्टर और विमान सेवा के लिए कितनी राशि दी गई. मूणत ने जानकारी मुख्यमंत्री से इस वजह से मांगी क्योंकि वर्तमान में विमानन विभाग CM साय के पास ही है. लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विस्तार से जानकारी सझा करते हुए लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च की रकम की जानकारी दी थी. जानकारी सामने आने के बाद मुद्दे ने तूल पकड़ा और सियासी बयानबाजी बढ़ती गई.