Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान यानी सिम्स के कैंसर डिपार्टमेंट में एक ऐसा केस आया है जो पूरे भारत का तीसरा मामला माना जा रहा है. इससे पहले उड़ीसा के भुवनेश्वर एम्स में इस तरह का मामला देखने को मिला था. बिलासपुर में एक 26 साल के पुरुष में महिला के जननांग भी पाया गया है. गंभीर बात यह है कि उस युवक के महिला जननांग में कैंसर की शुरुआत हो चुकी है जो तीसरे स्टेज तक जा पहुंची है. कई दूसरे निजी अस्पतालों से थक हार कर वह यहां सिम्स के कैंसर डिपार्टमेंट में पहुंचा.
जहां लगभग 6 महीना के इलाज के बाद उसके महिला जननांग में आए कैंसर को तो ठीक कर लिया गया है. लेकिन डॉक्टर एक बात की संभावना जता रहे हैं कि वह पुरुष अब कभी भी पिता नहीं बन पाएगा. इस जटिल केस की सर्जरी करने वाले डॉ चंद्रहास ध्रुव बताते हैं कि 26 साल के पुनीत केसरिया ने उसे 6 महीने पहले संपर्क किया. उसने बताया कि उसके पुरुष जनन अंग में कुछ समस्याएं हैं जिसे ठीक कर दिया जाए.
रिपोर्ट में निकला ट्यूमर
डॉक्टर ने समस्या वाली उसे जगह की जांच के लिए निजी और सरकारी जांच सेंटरों पर भेजा. वहां से जो उसकी रिपोर्ट आई वह एकदम चौंकाने वाली थी. उसके उसे पार्ट में एक बड़ा ट्यूमर हो गया था, जिसे जीने के लिए एक सर्जरी की जरूरत थी. डॉक्टर ने जल्दबाजी में उस ट्यूमर को सुधारने की प्रक्रिया शुरू की और लगातार 6 महीने उसे व्यक्ति का ट्रीटमेंट चला. जिसके बाद उसे अब स्वस्थ महसूस होने लगा है.
मां के पेट में रहते हुए जननांग बनने की शुरू होती है प्रक्रिया
सिम्स के कैंसर डिपार्टमेंट के डॉक्टर चंद्रहास ध्रुव के मुताबिक मेडिकल साइंस की भाषा में अंडाशय में हुई इस बीमारी को म्यूलेरियन डक्ट डिसऑर्डर कहते हैं. ध्रुव के अनुसार इस केस में सबसे बड़ी समस्या यह थी कि यह कैंसर अंडाशय के भीतर हो गया था. जिसके कारण ही यह दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकता था और इसके कारण ही सर्जरी करनी पड़ी. डॉक्टर के मुताबिक बच्चों के मां के पेट में रहते हुए जननांग बनने की प्रक्रिया शुरू होती है.
कैसे शुरू हुई यह समस्या?
यह प्रक्रियाएं पहले महीने से सातवें महीने के बीच बनती है. यह दो अलग-अलग नालियों (डक्ट) में बनती है. अगर फीमेल वाली नालियां बनी शुरू हुई तो वह लड़की पैदा होती है और मेल के लिए भी यही प्रक्रिया होती है. लेकिन बिलासपुर के 26 साल के जिस युवक के साथ यह घटना हुई है उसके दोनों जननअंग उसी माह में एक तरह से विकसित होने लगे थे इसके कारण ही उनमें महिला और पुरुष दोनों के जननांग निर्मित हो गए हैं.