Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भले ही दुनियो को अलविदा कह गए, लेकिन वह हमेशा यादों में रहेंगे. उनका छत्तीसगढ़ से गहरा कनेक्शन था. चाहे घटना 2013 के नक्सली हमले झीरम घाटी की रही हो या फिर सीपत थर्मल पावर प्लांट का उद्घाटन समारोह रहा हो. पूर्व PM मनमोहन सिंह को छत्तीसगढ़ से अलग लगाव रहा.
नक्सली हमले में कई नेताओं की मौत
26 मई 2013, जब छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ. 25 मई 2013 को बस्तर जिले के दरभा इलाके की झीरम घाटी पर नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया था. इस हमले में कांग्रेस नेताओं समेत 29 लोग मारे गए थे. हमले की खबर मिलते ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रायपुर पहुंचे थे. मनमोहन सिंह ने कहा था कि ये नक्सली हमला कांग्रेस के हौसले को तोड़ नहीं सकता. तब उन्होंने कहा था कि नक्सलवाद बहुत बड़ी चुनौती है.
पहुंचे थे रायपुर
जब झीरम घाटी हमला हुआ था तब मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ की तत्कालीन रमन सरकार पर भी खूब सवाल उठाए थे. पूर्व PM मनमोहन सिंह इस हमले में घायल लोगों से मिले. मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी रायपुर पहुंचे थे. दिल्ली से आकर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हाईलेवल मीटिंग भी ली थी. तब प्रदेश में डॉ. रमन सिंह की सरकार थी.
जब दी थी बड़ी सौगात
इसके अलावा 24 जनवरी 2013 को नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के मुकेश निषाद को तत्तकालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किया था. 19 सितंबर 2013 को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंचे और सीपत थर्मल पावर प्लांट का उद्घाटन कर बड़ी सौगात दी.
तत्कालीन कलेक्टर OP चौधरी को किया था सम्मानित
दंतेवाड़ा के तत्कालीन कलेक्टर OP चौधरी को मनमोहन सिंह ने सम्मानित किया था, जो अब छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री हैं. दंतेवाड़ा कलेक्टर रहते हुए ओपी चौधरी ने आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए काम किया था. इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग की सुविधा की शुरुआत की थी. साल 2011-12 में बेहतरीन काम करने के लिए तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने उन्हें एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया था.
बिलासपुर को 12 हजार करोड़ की सौगात
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सीपत में 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से बने 2 हजार 980 मेगावाट क्षमता वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट को देश को समर्पित किया था. ये प्लांट छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, जम्मू-कश्मीर, दमन-दीव और दादरा नगर हवेली को बिजली देता है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह ने कहा था कि बिना बिजली देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती.