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Chhattisgarh: कई दिन चक्कर लगाने के बाद मिल रहा राशन, बच्चे भी स्कूल छोड़ लगा रहे लाइन, महिलाओं का फूटा गुस्सा

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राशन दुकान पिरदा

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे पिरदा गांव में राशन वितरण प्रणाली से लोग बहुत परेशान हैं. गांव में लोगों को राशन लेने के लिए राशन वितरण केंद्र पर चार से पांच दिनों तक लाइन लगाना पड़ रहा है. महिलाएं अपने घर का काम छोड़कर और बच्चे अपना स्कूल छोड़कर राशन लेने राशन वितरण केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं, फिर भी सरकार के तरफ से मिलने वाला मुफ्त राशन उन्हें समय से नसीब नहीं हो रहा है. पिरदा गांव की महिलाएं सरकार द्वारा चलाए जा रहे राशन वितरण सिस्टम से काफ़ी नाराज़ दिखीं.

राशन के लिए 4 से 5 दिनों तक लगाना पड़ रहा चक्कर

दरअसल पिरदा शासकीय उचित मूल्य दुकान पर सरकारी राशन लेने पहुंची महिलाओं ने बताया कि वे राशन दुकान पर चार से पांच दिनों से आ रही हैं, लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है. राशन दुकान का रोज चक्कर लगाना उनके लिए सिरदर्द बना हुआ है. महिलाओं ने कहा कि वह अपना घर का सारा काम छोड़कर दिन भर राशन के लिए लाइन में खड़ी रहती हैं. इसके बावजूद उन्हें राशन नसीब नहीं है. साथ ही राशन दुकान पर बच्चे भी अपना स्कूल छोड़कर राशन लेने दुकान का चक्कर काट रहे हैं. गौरतलब बात ये है कि राशन दुकान में अनाज की बोरियां भरी पड़ी हैं, सिस्टम भी लगा हुआ है लेकिन इन सब के बावजूद लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है.

सर्वर डाउन की समस्या

वहीं इस पूरे मसले पर पिरदा राशन दुकान संचालक का कहना है कि ये सिर्फ उनके राशन दुकान का हाल नहीं है, बल्कि सभी राशन दुकानों में लगभग यही स्थिति है. इंटरनेट का सर्वर डाउन होने के कारण लोगों का बायोमेट्रिक नहीं हो पता है और जब तक बायोमेट्रिक नहीं होता तब तक उन्हें राशन नहीं दिया जा सकता है. दुकान संचालक ने कहा कि पूरे मामले कि शिकायत बड़े अधिकारीयों से कई बार किया है, लेकिन अधिकारी लोग बोलते हैं- जैसे चल रहा है वैसे ही चलाओ.

जब तक बायोमेट्रिक नहीं तब तक राशन नहीं

बता दें कि पहले के समय में लोगों को राशनकार्ड के जरिये हस्ताक्षर कराकर राशन दिया जाता था, लेकिन अब ऑनलाइन सिस्टम होने के कारण बायोमेट्रिक के माध्यम से राशन दिया जा रहा है. सर्वर डाउन होने के चलते बायोमेट्रिक मशीन काम नहीं करती है और जब तक लाभार्थी का बायोमेट्रिक नहीं हो जाता है, तब उसे राशन दुकान संचालक राशन नहीं देते हैं. इस वजह से ग्रामीणों को राशन लेने के लिए बहुत दिनों तक राशन दुकान का चक्कर लगाना पड़ता है. ग्रामीणों ने सरकार से राशन वितरण सिस्टम को सुधारने के लिए गुहार लगाई है.

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