Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में किसानों की धान खरीदी 3100 रुपए में करने के लिए राज्य सरकार ने तीसरा अनुपूरक बजट में 12000 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है. न्यूनतम समर्थन मूल्य के बाद बची अंतर की राशि को कृषक उन्नति योजना के नाम से किसानों को दी जाएगी. विधानसभा सत्र के पहले दिन तीसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि किसानों को कृषक उन्नति योजना का लाभ अब मिलेगा. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने किसानों से 3100 रुपए में धान खरीदी का वादा किया था. मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में सरकार एक कदम और आगे बढ़ी है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने उठाया था सवाल
दरअसल इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों को 3100 रुपये नहीं देने को लेकर सवाल खड़ा किया था. उन्होंने कहा कि सरकार न तो राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथी किस्त दे रही है. न हीं किसानों का 3100 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीद रही है. सरकार की सारी योजनाएं सिर्फ होर्डिंग में चल रही है. दिखावे के अलावा सरकार कुछ भी नहीं कर रही है.
9 फरवरी को पेश होगा बजट
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बजट में मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में काम किया जाएगा. 9 फरवरी को राज्य का बजट पेश किया जाएगा. जिसमें सभी योजनाओं के लिए राशि दी जाएगी. महतारी वंदन योजना राज्य में लागू हो गई है. इसके लिए राशि का आवंटन किया जा रहा है.
24 लाख से अधिक किसानों ने बेचा 144.92 लाख टन धान
बता दें कि छत्तीसगढ़ में किसानों से बीते 96 दिनों से समर्थन मूल्य पर जारी धान खरीदी का सिलसिला थम गया है. समर्थन मूल्य पर 144.92 लाख टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है. राज्य में इस साल धान खरीदी का यह नया रिकॉर्ड कायम हुआ है, जबकि अभी अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है. राज्य में चालू खरीफ विपणन वर्ष में 130 लाख टन धान का उपार्जन अनुमानित था. धान की रिकॉर्ड खरीदी के चलते अनुमानित उपार्जन का आंकड़ा काफी पीछे छूट गया है.