Chhattisgarh News: जिस समय पूरा देश भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह और उमंग में डूबा हुआ है, ठीक उसी समय नक्सलियों ने एक पर्चा जारी करके राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल खड़ा किया है. नक्सली प्रवक्ता मंगली ने कहा कि राम मंदिर का इस्तेमाल भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के लिए कर रहे हैं. पुलवामा की तरह लोकसभा चुनाव के लिए राम मंदिर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
नक्सली प्रवक्ता ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंदिर का निर्माण पूरा होने से पहले ही प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी लोकसभा चुनाव में जीत के लिए यह सब कर रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में जिस तरह पुलवामा को मुद्दा बनाया गया था, ठीक उसी तरह इस चुनाव में राम मंदिर को मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है. राम मंदिर सभी समस्याओं का समाधान नहीं है.
23 जनवरी को बस्तर और सरगुजा संभाग बंद का आह्वान
दरअसल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय प्रवास पर आ रहे हैं. अमित शाह रविवार को नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा करेंगे और विधानसभा में विधायकों के उद्बोधन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. ऐसे में नक्सली प्रवक्ता मंगली ने अपने बयान में कहा कि मुदवेंडी क्रॉस फायरिंग में 6 माह के मासूम की मौत और हसदेव में जंगल कटाई के विरोध में 23 जनवरी को बस्तर और सरगुजा संभाग बंद किया जाएगा.
साथ ही, नक्सलियों ने मासूम बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई और हसदेव कोयला खदान परियोजना को तुरंत निरस्त करने की मांग की है. इसके साथ ही नक्सली प्रवक्ता ने आदिवासी इलाकों से सुरक्षा बल के जवानों को तुरंत वापस बुलाने की भी मांग की है.