IT Raid: छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बेहद करीबी रहे लकड़ी व्यवसायी राजीव अग्रवाल के अंबिकापुर स्थित मकान को आयकर विभाग के अफसरों ने सील कर दिया है. इसके बाद अंबिकापुर में चार दिनों तक भगत के करीबियों के यहां जांच के बाद विभाग के अफसर रविवार को वापस लौट गए हैं.
आयकर विभाग को जमीन खरीदी बिक्री से जुड़े दस्तावेज मिले
दरअसल, आयकर विभाग के अफसरों ने अंबिकापुर में पिछले चार दिनों तक करीब 12 ठिकानों पर जांच की और इस बीच उन्होंने कांग्रेसी नेताओं से भी पूछताछ की है. इसमें से अधिकतर नेता जमीन के कारोबार और भगत के करीबी थे. लेकिन अभी तक जांच में कितनी अनुपातहीन सम्पति मिली है, आईटी ने इसके बारे में जानकारी नहीं दी है. हालांकि बताया जा रहा है कि जमीन खरीदी बिक्री से जुड़े दस्तावेज मिले हैं जिससे करोड़ों रुपये की जमीन खरीदने में इन्वेस्ट करने का पता चला है.
आपको बता दें कि लकड़ी व्यापारी राजीव अग्रवाल के घर में जब आयकर विभाग के अफसरों ने छापेमारी की तो अग्रवाल घर पर नहीं थे. इसके बाद उनके परिजनों से सम्पर्क कर आईटी के अफसरों ने उन्हें बुलाने की कोशिश की. लेकिन वे नहीं पहुंचे और अफसरों ने उनके किचन और एक बेडरूम को छोड़कर पूरे मकान के सभी कमरों को सील किया है. इसके बाद पुलिस को इसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं.
अमरजीत भगत के इन ठिकानों पर आईटी ने छापा मारा
गौरतलब है कि आईटी के अफसरों ने अंबिकापुर में अमरजीत भगत के मकान, दफ्तर, सीतापुर व पार्वतीपुर स्थित मकान, क्रेशर, पाइप फैक्ट्री, राजपुर में भगत के पीए रहे राजेश वर्मा, मैनपाट में अटल यादव, पुलिस निरीक्षक रुपेश नारंग, भगत के पीए फ्रेंकलिन टोप्पो, आर्टिटेक्ट प्रमोद टोप्पो के घर सहित कई ठिकानों की जांच की है.