IPS GP Singh: IPS जीपी सिंह को केंद्र सरकार के बाद अब राज्य सरकार ने भी बहाल कर दिया है, आज उन्होंने PHQ में ज्वाइनिंग किया है, और अब जीपी सिंह का नाम DGP की रेस में भी शामिल हो गया है.
केंद्र के बाद राज्य सरकार ने किया बहाल
बता दें कि बैच 1994 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के IPS गुरजिंदर पाल सिंह (जीपी सिंह) को 20 जुलाई 2023 गृह मंत्रालय के आदेश के तहत सेवानिवृत्त किया गया था. इसके बाद आईपीएस ने कैट में चुनौती दी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय की याचिका को खारिज कर जीपी सिंह को बहाल करने के निर्देश दिए. इसके बाद अब गृह मंत्रालय ने जीपी सिंह को सेवा में बहाल करने का आदेश दिया है. फिर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी उन्हे बहाल कर दिया.
भूपेश सरकार में हुए थे सस्पेंड, आज DGP की रेस में भी शामिल
जीपी सिंह फिर से अपनी सर्विस में लौट आए हैं. दरअसल भूपेश बघेल के कार्यकाल में जीपी सिंह पर आय से अधिक संपत्ति, राजद्रोह और ब्लैकमेलिंग समेत कई केस दर्ज किए गए थे. जिसके लिए उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी. इसके खिलाफ उन्होंने याचिका लगाई थी. नौकरी में वापसी के बाद माना जा रहा है कि जीपी सिंह DGP की रेस में शामिल है.
DGP की रेस में इन अधिकारियों का भी नाम
प्रदेश के नए DGP के लिए पांच अफसरों का पैनल बनाया गया था, लेकिन UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) को सिर्फ तीन नाम भेजे गए हैं. इनमें अरुण देव गौतम, पवन देव और हिमांशु गुप्ता का नाम शामिल है.
- पवन देव और अरुण देव गौतम 1992 बैच के IPS अधिकारी हैं, जबकि हिमांशु गुप्ता 1994 बैच के IPS अधिकारी हैं.
- 1992 बैच के IPS अधिकारी पवन देव बिलासपुर जिले के ASP और राजनांदगांव के SP रह चुके हैं. वर्तमान में DG रैंक के अधिकारी हैं. वह पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक हैं.
- 1992 बैच के IPS अधिकारी अरुण देव गौतम कोरिया, रायगढ़, जशपुर, राजनांदगांव, सरगुजा और बिलासपुर में SP रह चुके हैं. वह ADG के कार्यकाल में जेल और परिवहन, नगर सेना, अग्निशमन, लोक अभियोजन की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
- 1994 बैच के IPS अधिकारी हिमांशु गुप्ता दंतेवाड़ा, जांजगीर–चापा, धमतरी, कोरबा और जगदलपुर में SP रह चुके हैं. वह सरगुजा रेंज, बस्तर रेंज और दुर्ग रेंज में IG भी रहे हैं.