Kalicharan Maharaj: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में गजब का उत्साह है. 22 जनवरी को लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंचने वाले हैं. इस आयोजन में देश की बड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस ने जाने से इनकार कर दिया है. इस पर अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाले महाराज कालीचरण ने कांग्रेस पर बड़ा बयान दिया है. कालीचरण ने कांग्रेस पार्टी की तुलना ‘राक्षस’ से कर दी है. कालीचरण ने कहा कि राम का विरोध करने वाले ‘राक्षस’ हैं, राक्षस राम मंदिर नहीं जा सकते क्योंकि वहां बजरंग बली हैं.
शंकराचार्यों और कांग्रेस पर कालीचरण का बड़ा बयान
दरअसल, ये बयान कालीचरण ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिया. इसमें कालीचरण ने कांग्रेस के द्वारा राम मंदिर का आमंत्रण ठुकराए जाने पर बयान देते हुए कहा कि राम का विरोध करने वाले राक्षस है.राक्षस राम मंदिर नहीं जा सकते क्योंकि वहां बजरंग बली हैं. इसके आगे कालीचरण ने शंकराचार्यों के बहिष्कार को लेकर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा, “सेक्स और अहंकार में लोग अटकते हैं. उन्होंने सब छोड़ दिया, अहंकार में अटक गए हैं.”
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कालीचरण महाराज ने प्रेस वार्ता की. उन्होनें कांग्रेस के द्वारा राम मंदिर का आमंत्रण ठुकराए जाने पर कहा "राम का विरोध करने वाले राक्षस हैं. राक्षस राम मंदिर नहीं जा सकते क्यों कि वहां बजरंग बली हैं"#CGNews #KaliCharanMaharaj #RamMandir #VistaarNews pic.twitter.com/rdiQt8mTD4
— Vistaar News (@VistaarNews) January 16, 2024
‘इस्लाम और ईसाई धर्म नहीं है’
कालीचरण ने इसके बाद धर्मांतरण पर देश में कानून बनाए जाने की मांग पर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा, “धर्म एक ही है, इस्लाम और ईसाई धर्म ही नहीं है. धर्म के तीन लक्षण होते हैं, जो इस्लाम और ईसाई में नहीं है. एक ही धर्म है- सनातन हिंदू धर्म. धर्म परिवर्तन नहीं होता, छुड़ाया जाता है. इसका कानून होना चाहिए. कानून राजा बनाएगा. राज्यसभा लोकसभा में हिंदुत्ववादी राजा को बैठाना है. इसलिए हमारा टारगेट है राजनीति का हिंदुत्वकरण करना. हिंदुओं को वोट बैंक बनाना.”
विवादों से है कालीचरण का पुराना नाता
इससे पहले भी कालीचरण अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहे हैं. आपको बता दें कि 26 और 27 दिसंबर 2021 को छत्तीसगढ़ में धर्म संसद का दो दिवसीय आयोजन किया गया था. धर्म संसद में शामिल होने के लिए देशभर से साधु-संत पहुंचे थे. इस दौरान कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. उसके बाद से उनका बयान काफी चर्चा में रहा था. विवादित बयान के कारण ही छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज को गिरफ्तार किया था और वे करीब 3 महीने तक जेल में बंद थे.