Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित साधराम यादव हत्याकांड ने नया मोड़ ले लिया है. बुधवार को बीजेपी सरकार ने हत्या की एनआईए जांच कराने की घोषणा की है. इसके अगले ही दिन हत्या के आरोप में जेल में बंद आरोपियों के परिजनों ने इस मामले में नार्को टेस्ट कराने की मांग की है. परिजनों का दावा है कि गिरफ्तार लोग हत्या में शामिल नहीं हैं.
‘कश्मीर जाने से कोई आतंकवादी नहीं बन जाता’
कवर्धा एसपी कार्यालय में हत्या के आरोप में जेल में बंद आरोपियों के परिवार वालों ने जिले के एसपी लिखित ज्ञापन दिया है. इस आवेदन में कहा गया कि कश्मीर घूमने जाना कोई बड़ी बात नहीं है. कश्मीर जाने से कोई आतंकवादी नहीं बन जाता. अगर आरोपी हत्याकांड में शामिल है तो इसे फांसी दे दी जाए. लेकिन ये सभी बेकसूर हैं. इनको फंसाया जा रहा है, आतंकवादी संगठन में शामिल है करके फंसाया जा रहा है.
मीडिया की मौजूदगी में हो नार्को टेस्ट की मांग
इसके आगे उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि अगर हत्या में शामिल हैं तो तत्काल फांसी दे दी जाए. हम जिला प्रशासन और शासन से मांग करते हैं कि आरोपियों को पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट किया जाए. इस दौरान निगरानी समिति और मीडिया की मैजूदगी में वीडियोग्राफी हो, अगर सही पाया गया तो कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
हत्याकांड की NIA करेगी जांच
आपको बता दें कि कवर्धा हत्याकांड का यह मामला पिछले महीने का है. 20 जनवरी को जिले के लालपुर गांव में गौशाला में चरवाहा का काम करने वाले साधराम यादव की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें से दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने UAPA भी लगाया है. वहीं हत्या में शामिल मुख्य आरोपी के अवैध अतिक्रमण पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया है. इसके बाद अब राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसकी NIA से जांच कराने की घोषणा भी की है.