आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर देखने को मिलेगी. मौजूदा दौर में देखें तो 9 सीटें बीजेपी के पास हैं जबकि 2 सीट कांग्रेस के कब्जे में हैं. लोकसभा चुनाव में दोनों ही पार्टियों की क्या रणनीति रहने वाली है, ये समझने की जरूरत है.
बीजेपी की क्या रहेगी प्लानिंग?
लोकसभा चुनाव में अब बस चंद महीनों का वक्त बचा है और ऐसे में बीजेपी अपनी तैयारियों में जुट गई है. यही कारण है कि बीजेपी गांव चलो अभियान चला रही है. छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी के नेता गांव-गांव जाकर मोदी सरकार के कामकाज को बताने का काम कर रहे हैं. इसके अलावा युवाओं को साधने के लिए युवा मोर्चा को जिम्मेदारी सौंप गई है. युवा मोर्चा के बैनर तले नव मतदाता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही साथ महिलाओं को साधने की जिम्मेदारी महिला मोर्चा को दी गई है. बीजेपी को 2019 में कोरबा और बस्तर की सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. उन सीटों पर बीजेपी ने अब माइक्रो मैनेजमेंट पर काम शुरू कर दिया है.
कांग्रेस की क्या रहेगी रणनीति?
कांग्रेस पार्टी ने भी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. 2019 के चुनाव में कांग्रेस को राज्य में केवल 2 सीटों पर जीत मिली थी. ऐसे में इस बार पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है. सचिन को प्रभारी बनाने से छत्तीसगढ़ कांग्रेस में काफी उत्साह का माहौल देखा जा रहा है. जानकर ये मानते हैं कि सचिन के आने से छत्तीसगढ़ कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में मजबूती से साथ चुनाव लड़ेगी. आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी पर्यवेक्षको की नियुक्ति भी करने जा रही है .