Monsoon: बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया नहीं बनने की वजह से बस्तर के बीजापुर इलाके से मानसून आगे नहीं बढ़ पा रहा है. वहीं वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से भी मानसून की रफ्तार पर असर पड़ा है लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस अब खत्म होने के कगार पर है. यही वजह है कि सरगुजा संभाग के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को प्री मानसून की बारिश हुई है और मौसम वैज्ञानिक उम्मीद जता रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनेगा और कुछ दिनों के भीतर मानसून पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय हो जाएगा.
बीजापुर इलाके में पिछले चार-पांच दिनों से मानसून की हवाएं आकर ठहर सी गई हैं और आगे नहीं बढ़ पा रही हैं. जबकि केरल से मानसून इस साल निर्धारित समय से पहले निकल गई थी लेकिन बीजापुर क्षेत्र में मानसून की हवाएं रुकी हुई हैं, प्री मानसून की बारिश होने से किसानों को उम्मीद है कि अब जल्दी बारिश होगी और खेती किसानी का काम शुरू कर सकेंगे.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान की खेती के लिए अच्छी बारिश की जरूरत होती है और मानसूनी बारिश पर ही धान की खेती यहां निर्भर करती है. दूसरी तरफ सही समय पर मानसून के आने से होने वाली अच्छी बारिश से किसान समय पर धान की नर्सरी तैयार कर पाते हैं जिससे धान की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद बढ़ जाती है. प्री मानसून की बारिश के बाद खाद बीज की दुकानों में भी किसान पहुंचने लगे हैं और आने वाले दिनों में अगर बारिश में किसानों का साथ दिया तो वे सही समय पर धान की नर्सरी लगा सकेंगे.
यह भी पढ़ें- Chhattisgarh: कोटा थाना क्षेत्र के शराब दुकान में बदमाशों ने की वकील की पिटाई, सीसीटीवी में कैद हुई घटना
मौसम वैज्ञानिक एमके भट्ट ने बताया कि इस प्री मानसून की बारिश के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में मानसून सक्रिय होने की उम्मीद है. इसके लिए बंगाल की खाड़ी में जल्द ही सिस्टम बन सकता है.