Chhattisgarh: देश के सबसे बड़े नक्सली हिड़मा के गांव के बच्चे पहली बार राजधानी रायपुर आए है. रायपुर में बच्चों ने उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के साथ मुलाकात उनके अवास में बच्चों ने साथ बैठकर नाश्ता किया. इसके बाद ग्रामीण मुक्तांगन देखने गए और फिर पहली बार ग्रामीणों ने विधानसभा की कार्यवाही देखी. दरसअल बुधवार को हिड़मा के गांव पुवर्ती के अलावा सिलगेर, टेकलगुड़ा गांव के 44 के आदिवासी राजधानी रायपुर पहुंचे हैं. इसमें महिला, पुरुष और बच्चे सभी शामिल है. सरकारी की पहल पर इन्हें आज राजधानी रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन, मॉल, एयरपोर्ट और विधानसभा का भ्रमण कराया गया. वहीं जब ग्रामीण मुक्तांगन पहुंचे तो इस दौरान उन्होंने डांस भी किया.
पहली बार बस्तर के जंगल से राजधानी पहुंचे ग्रामीण
आजादी के 75 साल बाद बस्तर के आदिवासी नक्सलियों के कारण मूलभूत सुविधाओं से दूर है. खासकर घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आदिवासी मुख्यधारा से काफी दूर है. इसमें नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव और उसके आस पास के गांव में पिछले 40 साल तक फोर्स नहीं पहुंच पाई थी . न ही कोई सरकारी सुविधा, ऐसे में वहां के आदिवासी अपनी सरकार तक से भी रूबरू नहीं थे. लेकिन जब से फोर्स ने हिड़मा के गांव में कैंप खोला है सरकारी सुविधाओं में विस्तार हो रहा है और आदिवासी अब मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.
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पुवर्ती में धान की खेती करके पालन पोषण करते थे
पुवर्ती के रहने वाले राकेश ने विस्तार न्यूज़ से बातचीत में बताया कि गांव में कैंप खुलने के कारण अब सुविधा मिलना शुरू हो गया है. गांव में मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं. गांव के लोगों को रोजगार मिलना चाहिए ताकि हम भी आम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जीवन जी सकें. पुवर्ती में अब तक हम लोग धान की खेती करके पालन पोषण करते थे.
डिप्टी सीएम ने कहा- बस्तर के युवाओं के मन में भ्रम फैलाया गया
इस पहल को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि पुलिस जवानों के साथ विकास कार्य भी पुवर्ती पहुंचा है. 40 साल बाद पुवर्ती में झंडा फहराया गया, जिसे नक्सलियों का गढ़ कहा जाता था. बहुत सारे युवा रायपुर भ्रमण के लिए आए हैं. इनमें से बहुत लोगों ने जिला मुख्यालय भी नही देखा था,ओ लोग रायपुर आए हैं. युवा देखने आए हैं कि सरकार ठीक से काम कर रही है की नहीं, बस्तर से आए लोगों को हमने विश्वास दिलाया है कि सरकार और अधिकारी आपके हैं. उनके मन में जो भ्रम फैलाया गया है कि सरकार शोषण का काम करती है. उनके भ्रम को दूर करने का काम हमारी सरकार करेगी.