Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में खदान से लौह अयस्क ले जा रहे चार ट्रकों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. हालांकि, शनिवार देर रात हुई इस घटना में किसी के घायल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, निजी कंपनी को आवंटित आमदई घाटी खदान से लौह अयस्क ले जा रहे चार ट्रकों को ओरछा-नारायणपुर रोड पर छोटेडोंगर पुलिस स्टेशन के पास नक्सलियों ने रोक दिया.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि नक्सलियों ने ड्राइवरों को ट्रकों से नीचे उतरने के लिए कहा, फिर वाहनों को आग लगा दी और मौके से भाग गए. अधिकारी ने बताया कि अलर्ट मिलने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक ट्रक पूरी तरह जल चुके थे. नक्सली लंबे समय से आमदई घाटी खदान परियोजना का विरोध कर रहे हैं और वे पहले भी साइट पर काम में लगे वाहनों को जला चुके हैं.
चुनाव से पहले नक्सली हमला
बता दें कि नारायणपुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां आम चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा. चुनाव से पहले इस तरह से नक्सली गतिविधियों ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी है. बता दें कि नक्सलियों ने इससे पहले बीजापुर बंद का आह्वान किया था. नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर बीजापुर जिलावासियों को सीधी चेतावनी दी थी कि 30 मार्च को जनता परिवहन ना करे या अपनी दुकान ना खोले, यदि ऐसा किया जाता है, तो जिम्मेदारी उनकी होगी.
इस बंद का बड़ा असर भी देखने को मिला. जिले के अंदरूनी इलाकों के अलावा बीजापुर शहर में भी दुकानें पूरी तरह बंद दिखी. बीजापुर वासियों के बीच नक्सलियों की इस दहशत के कुछ कारण है. लेकिन वो कारण बताने से पहले आपको बता देते हैं कि आखिर नक्सलियों ने ये बंद बुलाया क्यों है?
नक्सलियों ने पुलिस पर लगाए आरोप
नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेस नोट जारी कर 30 मार्च को बीजापुर बन्द का आह्वान किया था. नक्सली नेता ने अपने इस प्रेस नोट में पुलिस पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे. प्रेस नोट में आरोप है कि पिछले 3 महीनों में बीजापुर जिले में ही पुलिस ने 15 आदिवासियों की हत्या कर दी है. नक्सली नेता ने भाजपा सरकार पर फर्जी मुठभेड़ ,अत्याचार और आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने का आरोप भी लगाया है, और इसी के विरोध में नक्सलियों ने 30 मार्च को बंद का आह्वान किया है. हालांकि इस दौरान एंबुलेंस-अस्पताल और परीक्षा दे रहे छात्रों को नक्सलियों ने छूट दे रखी है.