Chhattisagarh News: छत्तीसगढ़ में अब बहुत ही जल्द प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी खुलने जा रही है. 3 करोड़ के लगभग जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ राज्य में करीब 55 लाख युवाओं की आबादी है. इनमें से भी बड़ी संख्या में ऐसे युवा हैं जो हर साल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. लेकिन राज्य में सरकारी लाइब्रेरी की कमी होने के कारण ये छात्र परेशान रहते हैं. रायपुर में नालंदा परिसर के रूप में एक हाई-टेक लाइब्रेरी पहले से संचालित की जा रही है. यह लाइब्रेरी प्रदेश भर के छात्रों के लिए लाइफलाइन है. यहां पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र पढ़ने के लिए दूर-दूर से आते हैं. अब इसी नालंदा लाइब्रेरी के तर्ज पर मोतीबाग में नई लाइब्रेरी बनकर तैयार हो रही है, जिसका लाभ प्रदेश भर के पढ़ने वाले युवा ले सकेंगे.
24 घंटे खुली रहेगी लाइब्रेरी
नालंदा लाइब्रेरी में एडमिशन के लिए छात्रों को काफी लबे समय का इंतज़ार करना पड़ता था. मगर अब ये इंतज़ार ख़त्म होने वाला है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मोतीबाग में तैयार हो रही तीन मंजिला लाइब्रेरी बिल्डिंग का काम लगभग पूरा हो गया है. इस महीने के अंत तक नई लाइब्रेरी की शुरुआत होनी है. ये लाइब्रेरी युवाओं के लिए 24 घंटे खुली रहने सहित तमाम सुविधाओं वाली नालंदा परिसर लाइब्रेरी के तर्ज पर बनाया गया है. इस लाइब्रेरी में एक साथ 600 युवा बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे.
मेम्बरशिप लेने के लिए करना होगा ये काम
बता दें कि जो युवा मोतीबाग में बन रहे लाइब्रेरी का मेम्बरशिप लेना चाहते हैं, वे नालंदा परिसर लाइब्रेरी के काउंटर में जा कर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. जानकारी के मुताबिक लाइब्रेरी के तरफ से कुल 1500 फॉर्म जारी किए गए है. प्रति फॉर्म के लिए इच्छुक युवा को 10 रुपये का भुगतान करना होगा. साथ ही साथ युवाओं को 500 रुपये प्रति महीने फ़ीस के तौर पर देना होगा . वहीं 2500 रुपए सिक्यूरिटी डिपाजिट के नाम पर जमा करना होगा. लाइब्रेरी में किताबों के साथ साथ कंप्यूटर सिस्टम, फ्री वाईफाई, एसी और हाईलेवल की सिक्यूरिटी रखी गई है.
ये भी पढ़ें: Loksabha Election 2024: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज, 5 फरवरी से होगी EVM मशीनों की जांच
दिव्यांगों का भी रखा गया ख्याल
रायपुर के मोतीबाग स्थित बन रहे नए लाइब्रेरी का परिसर शांत और प्राकृतिक वातावरण से भरपूर है. लाइब्रेरी से लगे मोतीबाग गार्डन होने के कारण युवाओं को शीतलता का भी अहसास होगा. साथ ही इस पूरे परिसर को दिव्यांग फ्रेंडली परिसर भी बनाया गया है. परिसर में दिव्यांगों को भी आने,जाने,बैठने और पढ़ने में किसी तरह की दिक्कत ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए लिफ्ट भी लगाया गया है.