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CG News: विस्तार न्यूज़ की खबर का असर, उच्च शिक्षा विभाग में पेट्रोल के नाम पर 6 लाख का भ्रष्टाचार करने वाला बाबू निलंबित

Raipur: Babu posted in education department suspended on charges of corruption

रायपुर: भ्रष्टाचार के आरोप में शिक्षा विभाग में तैनात बाबू निलंबित

CG News: छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग के रायपुर स्थित रीजनल ऑफिस में तैनात एक बाबू का निलंबित कर दिया गया है. बाबू को भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड किया गया है. विस्तार न्यूज़ ने गाड़ियों में पेट्रोल भरवाने के नाम पर करप्शन को लेकर खबर दिखाई थी. खबर के असर के बाद बाबू को निलंबित कर दिया गया है.

क्या है पूरा मामला?

उच्च शिक्षा विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. दरअसल उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर में शासकीय गाड़ी में पेट्रोल डलवाने के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है. यह घोटाला कोई और नहीं बल्कि कार्यालय के ही एक बाबू ने किया है. विस्तार न्यूज़ की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि अपर संचालक की गाड़ी बिना चले ही 6 माह में पी गई 6 लाख रुपये का पेट्रोल. क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थ आकाश श्रीवास्तव (सहायक गेड-2) बाबू ने पूरे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है.

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6 महीने से मेडिकल लीव पर हैं अपर संचालक

कार्यालय के अपर संचालक सीएल देवांगन पिछले 6 महीने की मेडिकल लीव पर थे. इस दौरान अपर संचालक की सरकारी गाड़ी कार्यालय में ही खड़ी रहती थी. इसी गाड़ी का उपयोग होना बताकर 6 महीने तक हर महीने एक-एक लाख रुपये का शासन से भुगतान लिया गया. ये 6 लाख रुपये बाबू ने घोटाला कर अपने ही खाते में जमा करवा लिए.

इसके साथ ही इसी ऑफिस में 4 कर्मचारियों को हर महीने वेतन देने के नाम पर दस महीने तक 10-10 हजार रुपये शासन से लिए गए. ये कर्मचारी कार्यालय में पदस्थ ही नहीं हैं. यह फर्जीवाड़ा देवकुमार वर्मा, अजय टंडन, भूपेंद्र वर्मा और खिलावन जोशी नाम के कर्मचारियों के नाम पर किया गया है.

2 लाख रुपये की हेराफेरी

फर्जी बिजली बिल लगाकर भी लगभग 2 लाख रुपये की हेराफेरी की गई है. जबकि क्षेत्रीय कार्यालय का बिजली बिल उच्च शिक्षा विभाग से भुगतान किया जाता है. दो साल में बाबू ने 20 लाख रुपये से ज्यादा की गड़बड़ी की है. अपर संचालक सीएल देवागंन को भी इसकी जानकारी है. फिलहाल अपर संचालक इलाज के सिलसिले से बेंगलुरु में हैं. वहीं बाबू रायपुर से गायब है.

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लगभग 6 हजार लीटर भरवाया गया

पेट्रोल के नाम पर कुल 6 लाख रुपये का घोटाला हुआ है. छत्तीसगढ़ में पेट्रोल अभी 100 रुपए प्रति लीटर है. इसके हिसाब से देखें तो 6 लाख रुपये में 6,000 लीटर पेट्रोल लिया जा सकता है. जिस गाड़ी के नाम पर घोटाला हुआ है वह सुजुकी की Dzire है. अगर गाड़ी 15 किमी प्रति किमी का भी माइलेज देती है तो 6 लाख के पेट्रोल में 90 हजार किलोमीटर गाड़ी को चलाया जा सकता है.

राजधानी रायपुर से अमेरिका की दूरी लगभग 13,000 किलोमीटर है. अगर 6 लाख रुपये का पेट्रोल अगर आप गाड़ी में डलवाएंगे तो तीन बार यहां से अमेरिका जा सकते हैं. अमेरिका से तीन बार रायपुर वापस लौट सकते हैं.

घोटालेबाज आकाश श्रीवास्तव कैसे दिया अंजाम ?

आकाश श्रीवास्तव कार्यालय में लेखा का काम देखता है. इसलिए डिजिटल हस्ताक्षर का गलत उपयोग करके वह फर्जीवाड़ा कर सका. वहीं उसके अफसर इस बात को नजर अंदाज करते रहे. 2 लाख फर्जी बिजली बिल की रकम निकाली. 2 लाख का कम्प्यूटर सप्लाई का फर्जी भुगतान किया. जो कर्मचारी कार्यालय में कार्यरत नहीं हैं, ऐसे लोगों के नाम पर 4.80 लाख वेतन निकाला.

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बिना किसी जानकारी के स्वयं 8 महीने गायब रहा इस दौरान वेतन भी लिया. आकाश श्रीवास्तव मार्च 2024 से सितंबर तक कार्यालय में नहीं था. वह बीच-बीच में रायपुर आता था. जब मामला उजागर होने लगा तब उसने मेडिकल लीव के लिए आवेदन किया. आकाश भोपाल में बैठकर लैपटॉप से कामकाज को ऑपरेट करता था. गबन की राशि आकाश श्रीवास्तव ने स्वयं के खाते में ली है. इसके लिए बकायदा अलग अकाउंट खुलवाया था. जबकि शासन से पैसे अपने खाते में भुगतान लेना नियमविरुद्ध है.

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