Raipur: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे. प्रदेश की साय सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने रायपुर में आयोजित एक सभा को संबोधित किया. जेपी नड्डा की सभा को लेकर कांग्रेस ने एक वीडियो शेयर किया हैं, जिसमें सभा के दौरान खाली कुर्सियों को दिखाया गया है. कांग्रेस इस वीडियो पर BJP ने भी पलटवार किया है.
छत्तीसगढ़ में कुर्सी पर पॉलिटिक्स!
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो शेयर किया है. यह वीडियो BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा का है. इस वीडियो को पोस्ट करते हुए कांग्रेस ने दावा किया जेपी नड्डा की सभा में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहीं. कांग्रेस ने कहा कि झूठी कहानियां जनता सुनना नहीं चाहती है. इस पर पलटवार करते हुए BJP ने इसे फेक वीडियो करार दिया है.
कांग्रेस ने वीडियो किया शेयर
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जी को कुर्सियों ने बड़े ही ध्यान से सुना. सारी सरकारी मशीनरी का उपयोग करने के बावजूद भाजपा सभा में नहीं जुटा पाई भीड़.’
इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी हमला बोला. उन्होंने कहा- ‘जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ आए थे, वे साय सरकार की 1 साल की उपलब्धि गिना रहे थे, लेकिन जेपी नड्डा को सुनने छत्तीसगढ़ की जनता नहीं आई. पूरी मशीनरी, पूरी ताकत को झोंकने के बाद, सत्ता के अंधाधुंध पैसे का दुरुपयोग किया गया. कलेक्टर, SP को भीड़ लाने टारगेट दिया गया, वे भी लोगों को नहीं जुटा पाए.’
BJP ने किया पलटवार
कांग्रेस के इस वीडियो पर पलटवार करते हुए BJP प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल ने कहा- ‘जिस तरह 5 साल तक उन्होंने जनता को लूटा और उनका विश्वास खत्म किया, विष्णुदेव साय सरकार ने 1 साल में जनता का विश्वास सरकार पर बहाल किया. कांग्रेस बौखलाई हुई है इसलिए झूठे वीडियो और तस्वीरें जारी कर रही है. कांग्रेस को अपने भीतरखाने में देखना चाहिए. किस तरह प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को कांग्रेस ने अकेले छोड़ दिया है. उनके सामने अभद्रता और गाली-गलौज तक होने लगी है. भूपेश बघेल आज भी अपनी ही चलाने की कोशिश करते रहे हैं. टीएस सिंहदेव सरकार की तारीफ कर रहे हैं इसलिए कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए, क्योंकि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों की खिड़कियां नहीं झांका करते.’