Chhattisgarh: भारत में क्रिकेट गली-गली में खेला जाता है, लेकिन इसे लंबे समय तक पुरुषों का ही खेल माना गया. जब महिलाएं इस खेल में आईं तो उनको लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा और उनको बैट्समैन कहा जाता रहा. लेकिन अब दौर बदल रहा है. अब पुरुष क्रिकेट टीम में भी महिला खिलाड़ियों को बड़ी जिम्मेदारी मिलने लगी है. पहली बार किसी महिला खिलाड़ी को भारतीय पुरुष सीनियर क्रिकेट टीम में कोच बनाया गया है. इनका नाम शायला आलम है और शायला छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं.
पुरुष क्रिकेट टीम की कोच बनी छत्तीसगढ़ की शायला आलम
दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग की रहने वाली शायला ने छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में ऊंचा किया है. उनको भारतीय पुरुष सीनियर क्रिकेट टीम में स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच बनाया गया है. दुर्ग की शायला भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व खिलाड़ी रही हैे और इससे साथ शायला को बीसीसीआई ने डोमेस्टिक टूर्नामेंट जैसे मुस्ताक अली ट्रॉफी,विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में कोच के तौर पर जिम्मेदारी दी है.
भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम की शायला पहली महिला कोच बनीं
दरअसल शायला ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत भिलाई स्टील प्लांट ग्राउंड से किया है. उन्होंने बताया कि वो जब बचपन में दोस्तों के साथ गली क्रिकेट खेलती थीं. तब उनकी बड़ी बहन ने प्रोफेशनल क्रिकेट खेलने का सुझाव दिया. इसके बाद शायला ने भी क्रिकेट को अपने कैरियर के रूप में चुना. 2006 में शायला जब 15 वर्ष की थीं तब उन्होंने अपना पहला ट्रायल U-16 के लिए दिया था और वह स्टेट टीम में चयन भी हो गया.
शायला ने कैसे क्रिकेट की दुनिया में बनाई अपनी पहचान
आपको बता दें कि उस समय छत्तीसगढ़ बीसीसीआई का सदस्य नहीं था, इसलिए शायला मध्य प्रदेश चली गईं. शायला ने 2008 में U19 का ट्रायल मध्य प्रदेश में दिया और 2008 में ही मध्य प्रदेश की टीम ने U19 वर्ल्ड चैंपियन का खिताब भी जीत लिया. इस सीरीज में शायला ने 24 विकेट लेकर अपनी एक अलग पहचान बनाई. फिर शायला को राष्ट्रीय स्तर जाना पहचाना गया. इसके बाद शायला के U19 मैच के परफॉमेंस को देखते हुए मध्य प्रदेश जोनल क्रिकेट टीम का ऑफर आया. शायला 2013 तक मध्य प्रदेश टीम सीनियर टीम का हिस्सा रहीं. 2013 में ही शायला ने दक्षिण रेल्वे का ट्रायल दिया और उनका चयन दक्षिण रेलवे की तमिलनाडु टीम में हो गया. लेकिन छत्तीसगढ़ की निवासी होने के कारण शायला हमेशा से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करना चाहती थीं.
शायला ने दुर्ग में आर्ट्स से ग्रेजुएशन किया
इसके बाद 2016 में शायला छत्तीसगढ़ महिला क्रिकेट टीम की वाइस कैप्टन बनीं और छत्तीसगढ़ भी बीसीसीआई का सदस्य बना. फिर 2017-2021 तक शायला कैप्टन की जिम्मेदारी में रहीं. शायला ने छत्तीसगढ़ के लिए यादगार इनिंग्स भी खेले हैं. क्रिकेट खेलने के साथ साथ शायला ने आर्टस विषय में अपना ग्रेजुएशन दुर्ग यूनिवर्सिटी से किया है. इसके अलावा शायला ने BCCI/NCA की परीक्षा में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया और 120 चयनित अभ्यर्थियों में शायला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया.
नगालैंड रणजी टीम की कोच हैं शायला
शायला अभी वर्तमान में नागालैंड रणजी टीम की कोच हैं. नागालैंड टीम की कोच बनने से पहले शायला बीसीसीआई नेशनल क्रिकेट अकैडमी में U15 गर्ल की कोच रही हैं. शायला ने बताया कि जब भी मौका मिलेगा वे छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के लिए काम करना चाहेगीं. शायला ने अपने पुराने दिन याद करते हुए अपने कोच राजा बैनर्जी और भिलाई स्टील प्लांट क्रिकेट ग्राउंड का धन्यवाद दिया, जिनकी बदौलत वो आज इस मुकाम पर पहुंच पाई हैं.