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Vistaar Exclusive: जगद्गुरु रामभद्राचार्य और बाबा बागेश्वर पर क्यों भड़के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद?

Swami Avimukateshwaranand

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

Vistaar Exclusive: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद छत्तीसगढ़ पहुंचे. बुधवार को वह राज्य की राजधानी रायपुर पहुंचे.  छत्तीसगढ़ शासन की ओर से ‘राज्य अतिथि’ का दर्जा प्राप्त स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने माता राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी के दर्शन और पूजा की. साथ ही शंकराचार्य आश्रम में पूजन और आशीर्वाद समारोह में शामिल हुए. रायपुर दौरे के दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने विस्तार न्यूज से खास बातचीत की. इस एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार और हिंदुत्व समेत कई मामलों पर बड़ा बयान दिया.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर बोले अविमुक्तेश्वरानंद

शंकराचार्य ने विस्तार न्यूज से बातचीत में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कहा- ‘बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं की अत्याचार पर भारत को खड़ा होना चाहिए. जब समस्या आती है तो लोग भारत की ओर देखते हैं. जैसे जब छोटे बच्चे पर समस्या आती है तो वह अपने पिता की ओर देखता है. बांग्लादेश के सरकार पर अगर दबाव बनाया जाए तो यह सब समस्या रुक सकती है. बांग्लादेश के 7 करोड़ से ज्यादा लोग आकर हमारे देश में रहते हैं और बांग्लादेश में हमारे एक से डेढ़ करोड़ हिंदुओं को परेशान किया जा रहा है. यह बिल्कुल सही नहीं है.’

बाबा बागेश्वर पर साधा निशाना

बाबा बागेश्वर के जात-पात मिटाने वाले बयान पर भड़कते हुए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- ‘जात-पात मिटा देने के बाद हिंदू कहां रहेगा. पहचान को ही समाप्त करके आप कह रहे हैं कि आप हिंदुत्व को बचा रहे हैं. सनातन की पहचान वर्णाश्रम है. जात-पात नहीं मिटना चाहिए. जिन-जिन जगहों पर जाति को हटा दिया गया वहां कन्वर्जन हो गया. जात-पात को मिटाने की बात कहना हिंदुओं को नष्ट करने की बात है.’

‘बंटोगे तो कटोगे’ और ‘एक है तो सेफ है’ वाले बयान पर बोले शंकराचार्य 

इन दोनों बयानों को लेकर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- ‘यह धमकाने वाली भाषा है. यह ठीक नहीं लगती है. महाराष्ट्र में इतने दिन तक पहेलियां बुझाई गईं, जिसने बंपर जीत दिलाई थी अब उसी का नाम रेस से बाहर हो गया है. महाराष्ट्र के चुनाव में एकनाथ शिंदे ने बंपर जीत दिलाई. महाराष्ट्र में लोग समझ रहे थे कि एक है तो सेफ है का मतलब है कि एकनाथ है तो सब ठीक है. लेकिन यहां तो एकनाथ को ही हटा दिया गया. देवेंद्र फडनवीस के मुख्यमंत्री बनने से से मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र में जीत बंपर एकनाथ शिंदे ने दिलाई है.’

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जगद्गुरु रामभद्राचार्य और बाबा बागेश्वर के बयान पर शंकराचार्य

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- ‘हमसे दुखी है तो हमें दुख है इस बात का. पूरे विश्व के कल्याण के लिए कोई दुखी न हो इसके लिए हम काम कर रहे हैं. यह जानकर हमको दुख हो रहा है. हमारी प्रतिक्रिया उनके बयान पर आई है. वह जब कुछ बोल देते हैं तो क्या उनके पास लाइसेंस है कि वह मेरा नाम लेकर कुछ भी बोल देते हैं. यह किसी को अधिकार नहीं है. अगर आप किसी को कुछ बोलोगे तो पलट कर आएगा भी. हमने लंबा समय मौन धारण किया. वे एक के बाद एक कुछ बोलते आ रहे हैं. मुझे लोगों ने कहा अगर आप बोलते ही नहीं है तो वह समझेंगे मतलब कुछ गड़बड़ी है. हमने अपने तरफ से कुछ नहीं बोला लेकिन वह कुछ बोलेंगे तो जवाब तो देना ही पड़ता है.’

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