दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जेल में हैं और विपक्षी गठबंधन इंडिया राष्ट्रीय राजधानी में मेगा रैली की प्लानिंग कर रहा है. अब सबसे बड़ा सवाल है कि आम आदमी पार्टी अब जेल में अपने नेता के साथ कैसे काम करने की योजना बना रही है और क्या गिरफ्तारियां पार्टी के अंत की शुरुआत है? क्या अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पार्टी को नुकसान हुआ है या AAP नफे में हैं. इन्हीं सवालों के इर्द गिर्द घूम रही है दिल्ली की राजनीति.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के सीएम और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को अब खत्म हो चुकी ‘दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021’ में कथित घोटाले के लिए गिरफ्तार किया गया है. वही मामला जिसके लिए उनके पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया और पार्टी सहयोगी संजय सिंह को साल 2023 में गिरफ्तार किया गया था. केजरीवाल 28 मार्च तक ED की रिमांड पर ही रहेंगे. हालांकि, इस बीच उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को दिल्ली हाई कोर्ट में चैलेंज किया है. अपने नेता की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा है कि हम जेल से सरकार चलाएंगे. ऐसा अब देखने को भी मिल रहा है. दरअसल, दिल्ली जल बोर्ड को सीएम केजरीवाल ने जेल से चिट्ठी लिखी और शहर में पानी मुहैया कराने का आदेश दिया है. वहीं बीजेपी का कहना है कि जेल से केवल गुंडाराज चलता है न कि सरकार.
केजरीवाल की गिरफ्तारी से AAP को कितना फायदा?
अब जब आम चुनाव से एक महीने पहले 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई है तो आम आदमी पार्टी और विपक्ष के लिए इससे अशुभ समय कुछ हो ही नहीं सकता. राजनीतिक जानकारों की मानें तो आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल की इस गिरफ्तारी को देश के अलग-अलग राज्यों की जनता के बीच में लेकर जाती है और अगर जनता उसे सहमत होती है तो गिरफ्तारी का सियासी माइलेज मिल सकता है. अगर पार्टी ऐसा करने में फेल होती है तो आम आदमी पार्टी को बड़ा सियासी नुकसान भी हो सकता है. हालांकि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं ने एकजुट होना शुरू कर दिया है. अब विपक्षी गठबंधन दिल्ली में मेगा रैली की तैयारी कर रहा है.
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केजरीवाल के जेल जाने से आप को फायदा या नुकसान?
सभी विपक्षी दल खुलकर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं. तो वहीं भाजपा और NDA में शामिल पार्टियां केजरीवाल के पोल खुलने का दावा कर रही है. हालांकि सवाल यही है कि अरविंद केजरीवाल के जेल जाने से आगामी लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को नुकसान होगा या फायदा? आपको दोनों ही संभावनाएं बताते हैं.
देश की राजनीति में सियासत में भावनात्मक दृष्टिकोण की काफी अहमियत है. इंदिरा गांधी की मृत्यु के वाद हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों में देखा गया था कि कांग्रेस के प्रति लोगों ने कैसे सहानुभूति दिखाई. अरविंद केजरीवाल के जेल जाने ही आम आदमी पार्टी निश्चित तौर पर चुनाव में सहानुभूति बटोरने की कोशिश करेगी, जिसका असर चुनावी परिणाम में देखा जा सकता है. हालांकि इसका एक दूसरा छोर भी है. केजरीवाल को भ्रष्ट बताकर भाजपा आम आदमी पार्टी पर जमकर प्रहार कर रही है. लोगों में अगर ये स्पष्ट संदेश जाता है कि केजरीवाल ही इस कथित शराब घोटाले के मास्टरमाइंड है. तो आम आदमी पार्टी को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है.