Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली शराब घोटाले मामले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ED ने गिरफ्तार कर लिया है. गुरुवार देर शाम ईडी की टीम भारी फोर्स के साथ सीएम के घर पहुंची और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि यह पहला ऐसा मामला है जब किसी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए किसी को गिरफ्तार किया गया है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार कैसे चलेगी. वहीं ‘AAP’ ने साफ कर दिया है कि अरविंद केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे, यानी वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे.
सौरभ भारद्वाज ने दी जानकारी
बता दें कि पार्टी नेताओं ने यह साफ कर दिया है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे. AAP नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से तय किया जाएगा, अगर पूरी पार्टी जेल में है तो सरकार और पार्टी जेल से ही चलेगी.’ उन्होंने दावा किया कि यही भाजपा चाहती है कि हर कोई जेल में हो. वहीं विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भी कहा कि सीएम केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे.
पिछले साल चलाया था अभियान
बताते चलें कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल 1 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच, दिल्ली में लोगों से उनकी राय लेने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था. इसका नाम था ‘मैं भी केजरीवाल’. इस अभियान में दिल्ली के लोगों से पूछा गया था कि क्या अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी के बाद जेल से ही सरकार चलानी चाहिए या उन्हें इस्तीफा देना चाहिए? इस अभियान पर आम आदमी पार्टी का दावा है कि इस अभियान में दिल्ली के लगभग सभी लोगों की राय थी कि अरविंद केजरीवाल को जेल से ही सरकार चलानी चाहिए.
‘कोर्ट से लेगी इजाजत’
इसके बाद दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी आतिशी सिंह और सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि अगर अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हुए तो सरकार जेल से ही उनकी सरकार चलेगी. उन्होंने दावा किया था कि अगर जरूरत पड़ी तो आम आदमी पार्टी कोर्ट जाएगी और कोर्ट से यह इजाजत लेगी कि अरविंद केजरीवाल जेल में बैठकें कर सके और अंदर फाइलें ले जाई सके.
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केजरीवाल को नहीं होगी परेशानी
दरअसल, देश में ऐसा कोई कानून नहीं है, जो किसी पार्टी के मुख्यमंत्री को जेल से सरकार चलाने से रोक सकता हो. भारत के संविधान में भी इस पर स्थिति को अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है. कानून में यह बताया गया है कि किसी नेता पर दोष साबित होने से पहले वह जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक बने रह सकता है. तो ऐसे में वह नेता जेल से ही सरकार भी चला भी सकता है. इस हिसाब से अभी अरविंद केजरीवाल जेल से दिल्ली की सरकार चला सकते हैं और उन्हें कोई कानूनी रूप से कोई परेशानी भी नहीं होगी.