Delhi: राष्ट्रीय राजधानी इस समय चर्चा का केंद्र बनी हुई है, और इसका कारण है अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और ‘आप’ नेता आतिशी का दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनना. इसी बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए केंद्र सरकार से सरकारी आवास की मांग की है.
AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग के नियमों का हवाला देते हुए केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग की. चड्ढा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक होने के नाते, सरकारी आवास पाने के हकदार हैं. उन्होंने ज़ोर दिया कि यह नियमों के अंतर्गत है और उन्हें आवास मिलना चाहिए.
राघव चड्ढा का बयान
राघव चड्ढा ने कहा, “AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पद और पावर का कोई लालच नहीं है. उन्होंने सदैव मर्यादा और नैतिकता को प्राथमिकता दी है, और अपनी ईमानदारी को प्रमाणित करने के लिए दो बार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.” उन्होंने आगे कहा, “अरविंद केजरीवाल जी तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, लेकिन आज भी उनके पास कोई निजी संपत्ति या घर नहीं है. इसके बावजूद, वह सरकारी आवास समेत सभी सरकारी सुविधाओं का त्याग कर रहे हैं.”
राघव चड्ढा ने कहा, “AAP एक राष्ट्रीय पार्टी है और इसके तहत हमारी पार्टी को दिल्ली में कार्यालय मिला हुआ है. मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि कानून के तहत हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी को दिल्ली में एक आवास मिलना चाहिए. केंद्र सरकार को उन्हें रहने के लिए एक घर प्रदान करना चाहिए.”
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“अध्यक्ष को आवास उपलब्ध कराए सरकार”
राघव चड्ढा ने जानकारी दी कि उन्होंने इस विषय में नोडल मिनिस्ट्री को पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा, “हमने नोडल मिनिस्ट्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि अरविंद केजरीवाल जी को सरकारी आवास उपलब्ध कराया जाए.” उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय पार्टी को कुछ आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें एक कार्यालय और अध्यक्ष के लिए आवास शामिल है. चड्ढा ने बताया, “देश में छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं, और सभी राष्ट्रीय पार्टियों के अध्यक्षों को आवास उपलब्ध कराया गया है. अरविंद केजरीवाल हमारे राष्ट्रीय संयोजक हैं और आम आदमी पार्टी देश की छठी राष्ट्रीय पार्टी है. हमें उम्मीद है कि सरकार बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के यह आवास प्रदान करेगी.”
बीजेपी पर निशाना साधते हुए राघव चड्ढा ने कहा, “BJP किसी भी कीमत पर अरविंद केजरीवाल को उनकी विधानसभा से दूर रखना चाहती है, जबकि अरविंद केजरीवाल अपनी विधानसभा में रहना चाहते हैं. वहाँ घर मिलना आसान नहीं है, लेकिन नियमों के मुताबिक उन्हें घर मिलना चाहिए.”