Delhi: पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में वायु प्रदूषण में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है. सीपीसीबी के अनुसार, बुधवार को दिल्ली की एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ हो गई है. इस साल ये पहली बार है जब औसत AQI 429 तक पहुंच गया, जो सभी के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. मंगलवार को AQI 334 था, लेकिन 24 घंटों के भीतर AQI बढ़ गया और बुधवार शाम 5 बजे यह 429 के स्तर पर पहुंच गया.
#WATCH | Delhi: A layer of smog engulfs several parts of the national capital as the air quality deteriorates in the city
(Drone visuals from Barapullah shot at 5.15 pm) pic.twitter.com/hnt8qFTDpM
— ANI (@ANI) November 13, 2024
दिल्ली के 36 में से 32 स्टेशन गंभीर श्रेणी में
दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 32 स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता गंभीर हो गई है. इससे यह स्पष्ट है कि दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में AQI का लेवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो चुका है. सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 14 दिनों से दिल्ली की एयर क्वालिटी ‘बहुत खराब’ लेवल में बनी हुई थी. दिल्ली में गाड़ियां प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण मानी जा रही हैं, जिनकी हिस्सेदारी कुल प्रदूषण के 15.4 प्रतिशत की है.
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बना धुंध का मुख्य कारण
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, नॉर्थ इंडिया में अचानक छाए घने कोहरे और धुंध की वजह हिमालय क्षेत्र में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण हवा की दिशा वेस्ट से ईस्ट की ओर चलने लगी है, जिससे पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर जमा हुआ प्रदूषण दिल्ली की तरफ चला आया है. ठंड के मौसम में जब तापमान गिरता है तो धूल और धुआं मिलकर धुंध का रूप ले लेते हैं. एयर क्वालिटी अर्लट सिस्टम के अनुसार, अभी मौसम की स्थिति किसी भी तरह के प्रदूषण के फैलने लायक है.
यह भी पढ़ें: फॉग की चपेट में दिल्ली-NCR, धुंध के बीच दफ्तर जा रहे लोग, विजिबिलिटी हुई कम
स्वास्थ्य पर पडे़गा गंभीर असर
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है. जानकारों की मानें तो, AQI का स्तर जितना अधिक होता है, लोगों के स्वास्थ्य को उतना ही अधिक खतरा होता है, खासकर बूढ़े और बच्चों के लिए.