Delhi-NCR Pollution:दिल्ली-NCR में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए GRAP-4 लागु किया गया. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चौथे चरण के लागू होने के तीन दिन बाद प्रदेश भर में AQI में मामूली सुधार दर्ज किया गया है. इस मामूली सुधार के बाद भी AQI 450 के पार है. जोकि अभी भी गंभीर श्रेणी में है.
#WATCH | A layer of haze covers the JLN (Jawaharlal Nehru) Stadium in Delhi. As per the Central Pollution Control Board (CPCB), the air quality in the area remains in ‘Very Poor’ category.
(Drone visuals shot at 8.10 am) pic.twitter.com/Xt2zOgkpOw
— ANI (@ANI) November 21, 2024
गुरुवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी के AQI में हल्का सुधार दर्ज किया गया और इसका औसत स्तर 400 ले पार दर्ज किया गया. AQI का स्तर अभी भी ‘गंभीर श्रेणी’ में बना हुआ है. GRAP-4 लागू किए जाने के बाद से आज भी AQI में सुधार हुआ है. वहीं पूर्वोत्तर क्षेत्र के आईजोल और गुवाहाटी जैसे शहरों में AQI 50 से कम दर्ज किया गया. यहां की हवा में सांस लेना हेल्थ के लिए सबसे स्वच्क्ष है.
दिल्ली में पिछले 3 हफ्तों से बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान में बदलाव किया गया है. कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के मुताबिक अब दिल्ली-NCR में GRAP-3 लागू होने पर 5वीं तक की सभी क्लासेस को ऑनलाइन करना अनिवार्य रहेगा. वहीं, GRAP-4 लागू होता है तो 12वीं तक की सभी क्लासेस फिजिकल न होकर ऑनलाइन मोड में होगी.
इधर गुरुवार को एनसीआर की हवाओं में भी हल्की सुधार दर्ज की गई. NCR के क्षेत्रों में AQI 400 के अंदर ही दर्ज किया गया. नोएडा में 259, गाजियाबाद में 290, ग्रेटर नोएडा में 222 और गुरुग्राम में 327 AQI दर्ज हुआ.
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AQI का मापदंड
किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच हो तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है. वहीं, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’ माना जाता है. अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. इसके बाद अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.