Vistaar NEWS

‘AAP के वॉलंटियर रह चुके हैं ध्रुव राठी’, स्वाति मालीवाल ने यूट्यूबर को बताया टॉप लीडरशीप का करीबी

Swati Maliwal

स्वाति मालीवाल ने यूट्यूबर को बताया टॉप लीडरशीप का करीबी

Swati Maliwal News: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से सीएम आवास में हुई मारपीट का मामला गरमाता जा रहा है. विवाद बढ़ने के बाद ‘आप’ ने अपनी ही सांसद को भाजपा का एजेंट बता दिया है. वहीं, आरोप-प्रत्यारोप के बीच स्वाति मालीवाल ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने फेमस यूट्यूबर ध्रुव राठी को आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशीप का करीबी बताया है.

स्वाति मालीवाल का कहना है कि जब से ध्रुव राठी ने उनके खिलाफ वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है तब से उन्हें लगातार रेप और हत्या की धमकियां मिल रही हैं. मालीवाल ने कहा, “खुद को स्वतंत्र पत्रकार बताने वाले यूट्यूबर ध्रुव राठी वास्तव में आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं. वह पार्टी के वॉलंटियर भी रह चुके हैं और वह अब भी पार्टी लीडरशीप के करीबी हैं.” हालांकि स्वाति मालीावाल के इन आरोपों पर राठी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

ये भी पढ़ेंः कंगना-स्मृति, मीसा-नकुलनाथ से लेकर कन्हैया और पप्पू यादव तक…देश की इन हॉट सीटों पर कौन मार सकता है बाजी? देखें Exit Poll

बता दें कि स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोपी सीएम केजरीवाल के पीए बिभव कुमार दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं. ‘आप’ सांसद ने आरोप लगाया है कि 13 मई को वह सीएम केजरीवाल से मिलने के लिए उनके सरकारी आवास पहुंची थीं. वहां बिभव कुमार ने उनके साथ न केवल बदसलूकी कि बल्कि मारपीट भी की थी.

‘पर्सनल फोटोज लीक करने का दबाव’

इससे स्वाति मालीवाल ने X पर एक पोस्ट करके आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं पर उनकी पर्सनल फोटोज लीक करने का दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “पार्टी के एक बड़े नेता का फोन आया. उसने बताया कैसे सब पर बहुत ज्यादा दबाव है, स्वाति के खिलाफ गंदी बातें बोलनी हैं, उसकी पर्सनल फोटोज लीक करके उसे तोड़ना है. ये बोला जा रहा है कि जो उसको सपोर्ट करेगा उसको पार्टी से निकाल देंगे. किसी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की और किसी को ट्वीट्स करने की ड्यूटी मिली है. किसी की ड्यूटी है अमरीका में बैठे वॉलंटियर्स को फोन करके मेरे खिलाफ कुछ निकलवाना. आरोपी के कुछ करीबी बीट रिपोर्टर्स की ड्यूटी है कुछ फर्जी स्टिंग ऑपरेशन बनाकर लाओ.”

Exit mobile version