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DUSU Election: चुनाव के दौरान NSUI कैंडिडेट ने प्रोफेसर के साथ की हाथापाई, वोटिंग देर से शुरू करने का आरोप

DUSU Election 2024

डूसू चुनाव में प्रोफेसर से हाथापाई

DUSU Election 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव की मतदान प्रक्रिया जारी है. भारी संख्या में स्टूडेंट्स अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डालने पहुंच रहे हैं. इस बीच नॉर्थ कैंपस में उम्मीदवार और इलेक्शन इंचार्ज प्रोफेसर के साथ हाथापाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि वोटिंग के दौरान NSUI के एक उम्मीदवार ने प्रोफेसर के साथ हाथापाई की है.

बताया जा रहा है कि संयुक्त सचिव पद पर प्रत्याशी NSUI कैंडिटेंस बैलेट रूम में पहुंचा तो सभी बैलेट बंद थे और काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. इसे लेकर कैंडिडेट और प्रशासन के बीच काफी कहासुनी हो गई. इसके बाद प्रोफेसर के साथ हाथापाई की घटना हुई.

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NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने शेयर किया वीडियो

NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर किया है. यह वीडियो उसी बूथ का है जहां कैंडिडेट और प्रोफेसर के बीच हाथापाई की घटना हुई है. इस वीडियो में NSUI कैंडिडेट लोकेश चौधरी जब बैलेट रूम में पहुंचे तो वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. उन्होंने बूथ इंचार्ज के बारे में पता करने की कोशिश की, लेकिन काफी देर तक कोई नहीं आया. बाद में हंगामे के बाद वोटिंग शुरू हुई.

एबीवीपी का NSUI पर हमला

डूसू चुनाव को लेकर जारी मतदान के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोशल मीडिया प्लेफार्म एक्स पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, “आज DUSU चुनाव के दौरान लॉ सेंटर-2 बूथ पर NSUI के संयुक्त सचिव उम्मीदवार लोकेश चौधरी द्वारा DUSU मतदान केंद्र पर बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की गई. एनएसयूआई के गुंडों और बाहरी लोगों के साथ, लोकेश ने फर्जी वोट डालने के प्रयास में चुनाव प्रक्रिया की देखरेख कर रहे ऑन-ड्यूटी प्रोफेसरों पर हमला किया. यह लोकतांत्रिक सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन है और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के मतदान अधिकार पर हमला है.

दिल्ली हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी

कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सवाल करते हुए कहा, ‘डीयू स्टैंड लेने में विफल हो रहा था डीयू के अधिकारियों ने मानकों को गिरने क्यों दिया? आपने इसे रोकने के लिए कदम क्यों नहीं उठाए? आपको एक कड़ा संदेश भेजना होगा. यदि विश्वविद्यालय अपने छात्रों को अनुशासित नहीं करेगा तो कौन करेगा? आपके पास सारी शक्ति है. आप छात्र को निष्कासित कर सकते हैं या उन्हें अयोग्य घोषित कर सकते हैं यदि डीयू 21 उम्मीदवारों को नहीं संभाल सकता तो आप लाखों छात्रों को कैसे संभालेंगे?’

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