Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में 25 मई को वोट डाले जाने है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर इस बार दिल्ली में बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं, लेकिन अब तक राहुल गांधी और केजरीवाल एक मंच पर उम्मीदवारों दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व की कोई साझा रैली या रोड शो दिल्ली में नहीं हुआ है. इतना ही नहीं वोटिंग से पहले इसका कोई प्रस्ताव भी नहीं है. आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अपने चार उम्मीदवारों के साथ साथ कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों के लिए भी बड़े रोड शो किए हैं, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने आप के किसी प्रत्याशी के लोकसभा क्षेत्र में कोई चुनावी कार्यक्रम नहीं किया है.
नहीं दिख रही एकजुटता!
बता दें कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद 31 मार्च को इंडी गठबंधन की पहली बड़ी रैली दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई थी. रैली में कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी,राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. वहीं आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी उपस्थित थीं. तब विपक्ष ने इस मंच से संदेश दिया था कि आप और कांग्रेस पूरी ताकत के साथ एकजुटता के साथ दिल्ली का चुनाव लड़ेंगे, जहां की सातों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
केजरीवाल कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए कर रहे हैं प्रचार
अब छठे राउंड में दिल्ली की सातों सीटों पर शनिवार यानी 25 मई को चुनाव होना है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल 21 दिनों के लिए जमानत पर हैं और पार्टी के लिए लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं. अब तक उन्होंने दिल्ली में 7 बड़े रोड शो किए हैं. जिनमें से कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज, जयप्रकाश अग्रवाल और कन्हैया कुमार का इलाका शामिल है. लेकिन अब तक कांग्रेस के किसी शीर्ष नेता की रैली या रोड शो किसी AAP उम्मीदवार के क्षेत्र में नहीं हुआ है.
हालांकि, इससे पहले जब शनिवार को राहुल गांधी ने चांदनी चौक इलाके में रैली की तो उन्होंने केजरीवाल को आमंत्रित नहीं किया. लेकिन मंच से उन्होंने कहा कि इस बार वो आप को वोट देंगे और केजरीवाल कांग्रेस को. दरअसल राहुल गांधी का वोट नई दिल्ली में है, जहां AAP चुनाव लड़ रही है और अरविंद केजरीवाल का चांदनी चौक में, जहां कांग्रेस चुनावी अखाड़े में है.
बता दें कि मल्लिकार्जुन खरगे भी बुधवार को उत्तर पश्चिम दिल्ली में उदित राज के लिए रैली करेंगे, तो राहुल गांधी गुरुवार को कन्हैया कुमार के लिए. लेकिन इन दोनों कार्यक्रमों में भी अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित नहीं किया गया है.
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क्या आप और कांग्रेस का गठबंधन बेमेल है?
अगर हाल के घटनाक्रम को देखें, तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व चीफ अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी से ये कहते हुए रास्ता अलग कर लिया था कि ये गठबंधन बेमेल है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का कोई तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. वहीं उन्होंने ये भी कहा था कि स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जगह दूसरे को टिकट देना पार्टी के कार्यकर्ताओं को निराश किया है. वहीं जिन्हें टिकट मिला है वो आप कार्यकर्ताओं द्वारा हाईजैक हैं..अब सवाल उठता है कि क्या सच में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच का गठबंधन बेमेल है? इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पंजाब में आप और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं हुई है और दोनों पार्टियां सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है.
ऐसे में ये सवाल जरूर उठता है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने ना तो आप के किसी उम्मीदवार के क्षेत्र में बड़ा कार्यक्रम किया है और ना ही अपने कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया है. ऐसा किसी खास रणनीति के तहत किया गया है या फिर भविष्य की राजनीति को देखते हुए दूरी बनाकर ही संबंध जारी रखने का फैसला लिया गया है.