MCD Standing Committee Election: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के 18वें सदस्य के चुनाव को लेकर कई आरोप लगाए हैं. सिसोदिया ने इसे पूरी तरह से गलत करार देते हुए कहा कि इस चुनाव के पीछे पीएम मोदी के निर्देश हैं, जिससे लोकतंत्र को तार-तार किया जा रहा है.
सिसोदिया ने कहा, “दिल्ली में आजकल अजीबो-गरीब कारनामे देखने को मिल रहे हैं. एलजी विनय कुमार सक्सेना ने एमसीडी कमिश्नर को आदेश दिया कि चुनाव रात तक करवा दिए जाएं. मैं पूछता हूं, यह क्या षड्यंत्र है? आखिर एक एडिशनल कमिश्नर की अध्यक्षता में चुनाव कैसे हो सकता है?”
अधिकारी कैसे कर सकते हैं चुनाव?
सिसोदिया ने आगे कहा कि एक अधिकारी द्वारा चुने गए सदस्यों की बैठक की अध्यक्षता करना असंवैधानिक है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चंडीगढ़ में भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जहां नियमों का पालन नहीं किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि एमसीडी कमिश्नर कह रहे हैं कि वे एलजी के कहने पर यह कर रहे हैं, जो कि लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है.
लोकतंत्र का अपमान: सिसोदिया
सिसोदिया ने चेतावनी दी कि यदि यही स्थिति रही, तो बीजेपी किसी विधानसभा या लोकसभा की बैठक को भी एडिशनल सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कराने की इच्छा रख सकती है. उन्होंने इसे भारत के लोकतंत्र का अपमान बताया और कहा कि आज एमसीडी कमिश्नर ‘मॉडर्न मसीहा’ के रूप में सामने आए हैं.
सिसोदिया ने यह भी स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी आज के चुनाव में भाग नहीं लेगी . उनका कहना है कि एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी सदस्य के चुनाव के लिए एलजी या एमसीडी या कमिश्नर को कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी आज के चुनाव का बहिष्कार कर रही है.
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विवादों में रहा चुनाव
गौरतलब है कि MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव पिछले डेढ़ साल से विवादों में है. 26 सितंबर को होने वाला चुनाव मेयर शैली ओबेरॉय द्वारा पांच अक्टूबर तक टाल दिया गया था, जिसके बाद एलजी ने चुनाव को जल्द कराने का आदेश दिया. सिसोदिया ने इस आदेश की कड़ी आलोचना की थी, जिसके बाद चुनाव को टाल दिया गया था.
इस विवाद के बीच, सिसोदिया की बातें यह साबित करती हैं कि दिल्ली में राजनीतिक माहौल कितना गर्म है, और आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ अपनी आवाज उठाने में पीछे नहीं हट रही है.