Arvind kejriwal Health: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही आम आदमी पार्टी हंगामा कर रही है. इस बीच पार्टी ने स्वास्थ्य को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि पार्टी नेता और दिल्ली कैबिनेट में मंत्री मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में स्लो पॉइजन दिया जा रहा है. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केजरीवाल का इंसुलिन लेवल लगातार बढ़ रहा है लेकिन उन्हें इंसुलिन की डोज नहीं दी जा रही है. अब इस पूरे मामले पर उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने बयान जारी किया है. इस बयान में कुछ और ही कहानी बयां की गई है.
‘कहानी एक निजी क्लिनिक के इलाज पर आधारित’
शनिवार को एलजी हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने केजरीवाल के स्वास्थ्य पर दिल्ली के उपराज्यपाल को जो रिपोर्ट सौंपी है उससे AAP का झूठ सामने आ गया है. बयान में कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर पार्टी की ओर से जो कहानी बताई जा रही है वग तेलंगाना के निजी क्लिनिक के इलाज पर आधारित है.
"…अरविंद केजरीवाल की जमानत के लिए इनलोगों ने देश की जनता से झूठ बोला है…"- तिहाड़ जेल से आई दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के रिपोर्ट पर बोले दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा@Virend_Sachdeva #AamAadmiParty #Delhi #ArvindKejriwal #VistaarNews pic.twitter.com/dMt8KT5wXS
— Vistaar News (@VistaarNews) April 20, 2024
‘चोरी-छिपे दक्षिण में जाकर कराना पड़ रहा इलाज’
उपराज्यपाल के बयान में यह भी कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल पर थे. डॉक्टर ने उनकी गिरफ्तारी से कई दिनों पहले ही इंसुलिन की डोज बंद कर दी है. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग पर भी कटाक्ष करते हुए कहा गया कि केजरीवाल को चोरी-छिपे दक्षिण भारत में जाकर इलाज कराना पड़ रहा है, जिसका वह मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं पेश कर पा रहे हैं.
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एलजी विनय सक्सेना की तरफ से जारी बयान में जेल(डीजी) की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए इन बातों का किया गया जिक्र
- अरविंद केजरीवाल तेलंगाना के निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे थे. डॉक्टर ने इंसुलिन की डोज बंद कर दी थी. केजरीवाल एंटी-डायबिटीज टैबलेट मेटफॉर्मिन ले रहे थे.
- आरएमएल अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उन्हें न तो इंसुलिन की सलाह दी गई और न ही किसी इंसुलिन की जरूरत बताई गई. 10 और 15 अप्रैल को स्वास्थ्य की समीक्षा की गई और उन्हें डायबिटीज के लिए टैबलेट लेने की सलाह दी गई. यह कहना गलत है कि केजरीवाल को इंसुलिन देने से इनकार किया गया.
- विशेषज्ञ ने केजरीवाल की जांच करने के बाद कहा कि न्यायिक हिरासत में रहने के बाद से उनका ब्लड शुगर लेवल चिंताजनक नहीं है और उन्हें फिलहाल इंसुलिन लेने की की जरूरत नहीं है.