Delhi Bomb Threat: दिल्ली के दो अलग-अलग अस्पतालों को धमकी भरे ईमेल भेजे गए हैं. इस ईमेल में अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, उन्हें दो अस्पतालों से फोन आए हैं, पहला बुराड़ी सरकारी अस्पताल से और दूसरा मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल से. दिल्ली फायर ऑफिसर के मुताबिक मामले में अभी जांच जारी है.
बताया जा रहा है कि ईमेल मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दी है, जिसके बाद पुलिस की टीमें बम स्क्वाड और दमकल विभाग के साथ अस्पताल पहुंच गई हैं. जिन अस्पतालों को बम से उड़ाने का धमकी भरा ईमेल किया गया है, उसमें बुराड़ी का सरकारी अस्पताल और मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल शामिल हैं.
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जांच में नहीं मिला कुछ संदिग्ध- पुलिस
दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, बुराड़ी सरकारी अस्पताल और मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में बम की धमकी वाले ईमेल मिले हैं. सूचना के बाद बम निरोधक दस्ता और अग्निशमन अधिकारियों की कई टीमें मौके पर पहुंचीं हैं. इस बीच, डीसीपी मनोज मीणा ने बताया कि, अभी तक की जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. दिल्ली पुलिस ने मामले में अपना बयान जारी करते हुए कहा कि, “बुराड़ी अस्पताल में बम की धमकी के संबंध में एक ईमेल प्राप्त हुआ था. स्थानीय पुलिस, बम निरोधक टीमें अस्पताल में हैं. अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है.’
डीसीपी जिमी चिरम ने कहा कि, पुलिस ने बम पता लगाने वाली टीम के साथ मंगोलपुरी के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में विस्तृत तलाशी ली और कोई संदिग्ध उपकरण नहीं मिला है.
इससे पहले स्कूलों को मिला था धमकी भरा ईमेल
इससे पहले 1 मई बुधवार को दिल्ली-एनसीआर के करीब 150 स्कूलों को बम की अफवाह वाला ईमेल भेजा गया था. इसके लिए अपराधियों ने एक रूसी ईमेल सर्विस का इस्तेमाल किया था. यह सर्विस यूजर्स को गुमनाम रहने और अवैध गतिविधियों को छिपाने में मदद करती है. ईमेल मिलने के बाद से ही पुलिस ने सभी स्कूलों में जाकर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया. पुलिस डॉग और बम स्क्वॉड के साथ स्कूलों में पहुंची. बाद में खुलासा हुआ कि धमकी भरा ईमेल फर्जी था. पुलिस ने परिजनों से पैनिक न करने की अपील की थी.
बता दें कि दिल्ली के स्कूलों को अक्सर इसी तरह धमकी भरे ईमेल किए जाते रहे हैं. फरवरी महीने में दिल्ली के आरकेपुरम स्थित डीपीएस स्कूल के प्रिंसिपल को इसी तरह का ईमेल किया गया था. साकेत के एमिटी स्कूल को भी फरवरी में इसी तरह का ईमेल किया गया था. इस ईमेल में स्कूल से पैसे भी मांगे गए थे.