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फिल्म स्टार से लेकर राजनेता तक… हर ओर रहा धर्मेंद्र का दबदबा, फिर क्यों ‘सियासत’ को कह दिया अलविदा?

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अभिनेता धर्मेंद्र

Dharmendra Deol Health Update: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र देओल का निधन हो गया है. शोले, हुकूमत, इंसानियत, दुश्मन जैसी तमाम फिल्मों में अपनी एक्टिंग से हमेशा लोगों का दिल जीतने वाले धर्मेंद्र देओल ने हमेशा बॉलीवुड की दुनिया में राज किया. इतना ही नहीं जब उन्होंने राजनीति में एंट्री ली तो वहां भी उन्हें खूब प्यार और लोगों का भरोसा मिला. साल 2004 में वह में राजस्थान की बीकानेर सीट से सांसद बनें. वह सियासी जगत में आ तो गए थे, लेकिन उनका मन नहीं लगा. जानिए आखिर क्यों उन्होंने राजनीति को अलविदा कह दिया.

‘एक कलाकार को हमेशा कलाकार…’

साल 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरन BJP ने धर्मेंद्र देओल पर दांव लगाते हुए उन्हें राजस्थान की बीकानेर सीट से मैदान में उतारा. इस चुनाव में धर्मेंद्र ने जीत भी दर्ज की. लेकिन वह राजनीतिक उठा-पटक से काफी ज्यादा हैरान हो गए. साथ ही उनका सियासत में भी मन नहीं लगा. साल 2008 में न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत के दौरान धर्मेंद्र ने कहा- ‘मैं ये बिल्कुल नहीं कहूंगा कि राजनीति में आना एक गलती थी. बस इतनी बात है कि एक कलाकार को हमेशा कलाकार रहना चाहिए क्योंकि जैसे ही आप राजनेता बनते हैं, लोगों का प्यार बंट जाता है. वो आपको एक अलग नजर से देखने लगते’.

‘राजनीति में कई काम किए, बस दिखावा नहीं किया’

उन्होंने आगे कहा था- ‘फैंस फिल्मों के किरदारों को पसंद करते हैं. उस पर जान लुटाते हैं, लेकिन राजनीति की वजह से उनके किरदार का विरोध होने लगता है और लोग सिनेमा के किरदार को कहीं पीछे छोड़ देते हैं.’ वहीं, धर्मेंद्र का यह भी कहना था कि उन्होंने राजनीति में कई काम किए लेकिन उसका दिखावा नहीं किया.

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साल 2012 में मिला था पद्म भूषण

बता दें कि धर्मेंद्र को हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिल चुका है. इतना ही नहीं साल 2012 में उन्हें भारत सरकार द्वारा देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था.

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