Akshara Singh Extortion Threat: भोजपुरी सिनेमा की चर्चित एक्ट्रेस अक्षरा सिंह के साथ एक बेहद चिंताजनक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. उन्हें फोन पर 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई है, और अगर यह रकम 2 दिन के भीतर नहीं दी जाती, तो उनकी जान से मारने की धमकी भी दी गई है. यह घटना अक्षरा के लिए और उनके फैंस के लिए काफी हैरान करने वाली रही, खासकर जब वह भोजपुरी सिनेमा की सबसे पॉपुलर और महंगी एक्ट्रेसेज में शुमार हैं.
रंगदारी की धमकी
जानकारी के मुताबिक, अक्षरा सिंह को यह धमकी भरा फोन कॉल बिहार के दानापुर इलाके से आया था. फोन करने वाले व्यक्ति ने 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की और साथ ही यह भी चेतावनी दी कि अगर यह राशि 2 दिन के अंदर जमा नहीं की गई, तो वह अक्षरा को जान से मार देंगे. इस धमकी के बाद अक्षरा ने तुरंत इस मामले को लेकर दानापुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई.
पुलिस कार्रवाई
अक्षरा सिंह की शिकायत मिलने के बाद दानापुर पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ जांच कर रही है और इस घटना के संदर्भ में सभी जरूरी कदम उठा रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, फोन करने वाले व्यक्ति ने न सिर्फ रंगदारी की मांग की, बल्कि अक्षरा को गालियां भी दीं.
अक्षरा सिंह का करियर
अक्षरा सिंह ने 2010 में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. उनका फिल्मी करियर ‘सत्यमेव जयते’ से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने भोजपुरी के मशहूर एक्टर रवि किशन के साथ काम किया था. इसके बाद उन्होंने पवन सिंह और खेसारी लाल यादव जैसे बड़े स्टार्स के साथ भी कई सफल फिल्मों में अभिनय किया. अक्षरा को भोजपुरी सिनेमा में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेसेज में गिना जाता है और उनकी फैन फॉलोइंग भी बहुत बड़ी है. इंस्टाग्राम पर उनके 6.5 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं
अक्षरा सिंह ने भोजपुरी सिनेमा के अलावा हिंदी टीवी शोज में भी काम किया है. वह 2015 में ‘काला टीका’ और ‘सर्विस वाली बहू’ जैसे शो में नजर आईं. इसके साथ ही उन्होंने ‘सूर्यपुत्र कर्ण’ और ‘पोरस’ जैसे ऐतिहासिक और पीरियड ड्रामा शोज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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राजनीति में भी कदम
अक्षरा ने केवल अभिनय क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी कदम रखा था. 2023 में वह प्रशांत किशोर के ‘जन सुराज’ अभियान से जुड़ी थीं. हालांकि, उनकी राजनीति में रुचि केवल कैम्पेन तक ही सीमित रही और वह लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लीं.