Horror Film Gehrayee: क्या आपको पता है, बॉलीवुड में एक ऐसी हॉरर थ्रिलर फिल्म बनी थी जिसे बनाने से खुद तांत्रिकों ने मना किया था? जी हां, हम बात कर रहे हैं ‘गहराई’ की, जो 1980 में रिलीज़ हुई थी. ये सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि अपने साथ कई खौफनाक किस्से लेकर आई थी.
क्या थी ‘गहराई’ की कहानी?
विकास देसाई और अरुणा राजे द्वारा निर्देशित, ‘गहराई’ हॉलीवुड की मशहूर हॉरर फिल्म ‘द एक्सॉर्सिस्ट’ से प्रेरित थी. ये उन शुरुआती बॉलीवुड फिल्मों में से एक थी जिसने काले जादू को पर्दे पर उतारा. कहानी एक युवा लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अलौकिक शक्तियों के चंगुल में फंस जाती है. फिर उसका परिवार उसे बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देता है.
फिल्म में अनंत नाग, श्रीराम लागू, पद्मिनी कोल्हापुरे, इंद्राणी मुखर्जी और अमरीश पुरी जैसे शानदार कलाकारों ने काम किया था. ‘गहराई’ ने तांत्रिक अनुष्ठानों, भूत-प्रेत के प्रभाव और आध्यात्मिक संघर्ष को इतनी बारीकी से दिखाया कि उस दौर में ये सबसे डरावनी हॉरर फिल्मों में से एक बन गई. IMDb पर इसे 6.9 की रेटिंग मिली है और हॉरर के शौकीनों के बीच आज भी ये एक कल्ट क्लासिक मानी जाती है.
जब तांत्रिकों ने दी थी चेतावनी!
लेकिन, इस फिल्म के पीछे की कहानी तो और भी दिलचस्प है. निर्देशक अरुणा राजे ने बताया कि जब वो कहानी लिख रही थीं, तो उनकी मुलाकात कुछ तांत्रिकों और जादूगरों से हुई. उन्होंने साफ-साफ कहा कि उन्हें ऐसी फिल्म नहीं बनानी चाहिए, क्योंकि इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं. सभी ने उन्हें चेतावनी दी थी कि फिल्म बनाने के दौरान खतरनाक घटनाएं घटेंगी. लेकिन, टीम ने इन बातों को अंधविश्वास मानकर फिल्म बनाने का फैसला कर लिया.
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और फिर जो हुआ…
फिल्म की शूटिंग के दौरान कलाकारों और क्रू मेंबर्स को रहस्यमय दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं, फिल्म रिलीज़ होने के बाद तो दर्शकों ने भी अजीबोगरीब और डरावनी घटनाओं की शिकायतें करनी शुरू कर दीं. वो फिल्म से जुड़े लोगों के फोन नंबर मांगते थे, क्योंकि उनके साथ कुछ अजीब हो रहा था.
खुद निर्देशक अरुणा राजे ने बताया कि ‘गहराई’ बनाने के कुछ साल बाद ही उनका अपने पति से तलाक हो गया और उनकी बेटी की 9 साल की उम्र में कैंसर से मौत हो गई. क्या ये सिर्फ इत्तेफाक था या उन तांत्रिकों की चेतावनी सच साबित हुई? ये सवाल आज भी कई लोगों को डराता है.
